भारत के केरल राज्य स्थित इरीनजालाकुदा धर्मप्रांत में एक प्राचीन गिरजाघर से ऐतिहासिक
अवशेष की चोरी होने से लोग सकते में हैं। मापरानम स्थित होली क्रोस तीर्थालय से जिन अवशेष
की चोरी हुई है इसमें शामिल है पवित्र क्रूस का एक टुकड़ा जिसमें माना जाता है कि येसु
को क्रूसित किया गया था, ख्रीस्त के रक्त का दाग तथा कपड़े का टुकड़ा जिससे येसु के चेहरे
को उनकी दुःखभोग यात्रा के समय पोंछा गया था। इन अवशेषों को इस तीर्थालय में 1887 में
लाया गया था और संत पापा लियो तेरहवें द्वारा लिखित पत्र भी था जिसमें इन अवशेषों की
प्रामाणिकता की पुष्टि की गयी थी। इन अवशेषों को सन 928 में निर्मित प्राचीन गिरजाघर
में रखा गया था। पल्ली के विकर फादर जोजी कालिंगल ने कहा कि चर्च में काम करनेवाले ने
30 नवम्बर को देखा कि चोरी हुई है। पवित्र अवशेषों की चोरी होने का समाचार फैलने पर तीर्थालय
में सैकड़ों विश्वासी और मीडियाकर्मी जमा हो गये। निरंतर प्रार्थनाएँ चढ़ाई जा रही हैं,
पुलिस द्वारा अनुसंधान के लिए सबूत जमा करने का काम पूरा हो जाने पर तीर्थालय को जनता
के लिए फिर से खोल दिया गया है।