ईश्वर हमें कभी नहीं छोड़ते, सदा हमारी याद करते - संत पापा
रोम, 1 दिसंबर, 2010 (जेनित) " ईश्वर हमारा साथ कभी नहीं छोड़ते हैं ऐसे समय में भी जब
इस दुनिया से विदा लेते हैंस वे हमें सदा याद करते हैं - हमें माता-पिता, भाई और एक
मित्र का प्यार देते हैं।" संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने उक्त बातें उस समय कहीं
जब उन्होंने परमधर्मपीठीय आवास में कार्यरत महिला मनुएला कमान्यीं की दफन क्रिया के पूर्व
हुए यूखरिस्तीय समारोह के लिये अपने संदेश भेजे। संत पापा के संदेश को संत पापा के
व्यक्तिगत सचिव मोनसिन्योर जोर्ज गान्सवेइन ने पढ़ा। 56 वर्षीय मनुएला की मृत्यु पिछले
बुधवार को उस समय हो गयी जब वे रोम के भिया नोमेन्ताना में एक वाहन की चपेट में आ गयी।
मनुएला ‘मेमोरेस दोमिनी’ नामक संघ की सदस्या थी जो ‘कमयूनियन एंड लिबरेशन’ नामक
बड़े संगठन की सदस्या है जिसके सदस्य आजीवन समर्पित होकर ईश्वर की सेवा करते हैं। संत
पापा ने कहा कि मनुएला को ईश्वर के द्वारा अचानक बुला लिया जाना बहुत दुःखदायी है और
ऐसे समय में ईश्वर पर विश्वास ही हमारी सांत्वना हो सकती है। संत पापा ने " मेमोरेस
दोमिनी " के शाब्दिक अर्थ पर चिन्तन करते हुए कहा कि इसका अर्थ है " मैं शांति का आभास
पाता हूँ "। उन्होंने कहा कि ‘मेमोरिस दोमिनी’ का ऐसे लोगों की इंगित करता है जो ईश्वर
का स्मरण करते हैं, लोग जो ईश्वर और येसु की याद में जीवन बिताते हैं। ऐसे लोग जो ईश्वर
की हर पल याद करते हैं उनका जीवन विश्वास और प्रेम से भरा होता है। वे जीवन की सबकुछ
को अर्थपूर्ण पाते हैं चाहे वह छोटा काम हो चाहे कोई बड़ा निर्णय, श्रम, अध्ययन या भ्रातृत्वपूर्ण
जीवन। संत पापा ने कहा कि वे जब आज मनुएला की याद करते हैं तो उन्हें इस बात की शांति
है कि मनुएला एक मेमोर दोमिना हैं जिन्होंने ईश्वर की याद में अपना जीवन जीया। ईश्वर
के साथ जीवन जीना मृत्यु के दुःख के रसातल से गहरा है। ईश्वर के साथ प्रगाढ़ संबंध को
कोई भी नहीं तोड़ सकता है जैसा कि संत पौल ने कहा था कि " प्रभु येसु और ईश्वर के प्रेम
से कोई भी शक्ति उन्हें अलग नहीं कर सकती है।" " यदि आज हम ईश्वर को याद करते हैं
तो वह इसीलिये क्योंकि पहले उन्होंने हमें याद किया आज हमें ईश्वर की शांति का आभास होता
है क्योंकि उन्होंने हमें पहले याद किया है। वह हमें माता-पिता, भाई-बहन मित्र के
प्रेम के रूप में हमें याद करता है। हम जब कभी भी गिरेंगे, हम उनकी बाँहों में ही गिरेंगे
और वहीं पहुँचेंगे जहाँ हमारे साथ और कोई नहीं होगा बस ईश्वर होंगे जो हमारा सदा इंतज़ार
करते हैं। संत पापा ने मनुएला के विश्वास से भरे जीवन और उसकी उदारतापूर्ण सेवा के
लिये धन्यवाद दिया। संत पापा ने इस अवसर पर मनुएला के परिवार के दुःखी जनों और अन्य
सह धर्मबहनों को अपनी सहानुभूति और सांत्वना प्रदान की ।