उड़ीसा में माओवादियों ने एंबुलेंस उड़ाई, 5 ईसाइयों की मौत
भुवनेश्वर, 28 नवंबर, 2010 (उकान) उड़ीसा के कंधमाल जिले में बारूदी सुरंग से एक एंबुलेंस
उड़ा दी, जिसमें कम से कम पाँच ईसाइयों की मौत हो गई। उकान समाचार के अनुसार घटना
शनिवार 27 नवम्बर को कंधमाल जिले के बहमनीगाँव में करीब 11 बजे प्रातः घटी। बताया गया
कि घटना स्थल पर 10 फीट का गड्ढा हो गया है और मृतकों के शव 500 मीटर दूर तक बिखरे पड़े
थे। पुलिस महानिदेशक मनमोहन प्रहराज ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, ‘‘कंधमाल
के ब्रहमनीगांव में शनिवार रात बारूदी सुरंग से एक एंबुलेंस में विस्फोट की घटना में
5 लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है।’’
पुलिस उपमहानिरीक्षक आरके शर्मा
ने बताया कि मरने वालों में एक गर्भवती महिला उसका पति, एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता,
एक तीन साल की बच्ची और एंबुलेंस चालक शामिल है। एंबुलेंस गदापुर से ब्रहमनीगांव जा रही
थी। अब तक किसी ने विस्फोट की ज़िम्मेदारी नहीं ली है पर पुलिस का अनुमान है कि इस
विस्फोट के पीछे माओवादियों का हाथ हो सकता है। उकान समाचार के अनुसार गया कंधमाल
क्षेत्र में एंबुलेंस पर की जानेवाली विस्फोट की यह पहली घटना है। चर्च के सदस्यों ने
इस घटना की घोर निन्दा की है। आदिवासी फादर निकोलस बारला ने कहा कि " निर्दोषों को
निशाना बनाना इस बात को दिखाता है कि क्षेत्र में कानून नाम की चीज़ नहीं रह गयी है।
" सिस्टर जस्टिन सेनापति ने कहा कि विस्फोट के लिये कोई भी ज़िम्मेदार हो इसकी भर्त्सना
की जानी चाहिये। सिस्टर अन्नसी ने कहा " हम जीवन तो दे नहीं सकते तो इसे लेने का हमें
कतई अधिकार नहीं है ।" सिस्टर जस्टिन सेनापति ने कहा कि विस्फोट के लिये कोई भी ज़िम्मेदार
हो इसकी भर्त्सना की जानी चाहिये। सिस्टर अन्नसी ने कहा " हम जीवन देन हीं सकते अतः इसे
लेने का हमें कोई अधिकार नहीं है ।"