चीन में धर्माध्यक्ष का अभिषेक धर्म और अंतःकरण की स्वतंत्रता का गंभीर हनन
वाटिकन सिटी (सीएनएस) चीन में 20 नवम्बर को सम्पन्न एक धर्माध्यक्ष अभिषेक समारोह पर
वाटिकन ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि संत पापा की स्वीकृति या
सहमित के बिना सम्पन्न इस समारोह से काथलिक कलीसिया घायल हुई है, उक्त समारोह में शामिल
होने के लिए अन्य धर्माध्यक्षों पर दिया गया सरकारी दबाव धर्म और अंतःकरण की स्वतंत्रता
का गंभीर हनन है तथा इस प्रकरण से संवाद बाधित हुआ है। स्थानीय सरकार की कड़ी निगरानी
में 20 नवम्बर को चीन में फादर जोसेफ गुओ जिनकाई को चेंगडे का धर्माध्यक्ष अभिषिक्त किया
गया। पिछले चार सालों में संत पापा की अनुमति या स्वीकृति लिये बिना ही धर्माध्यक्ष नियुक्त
किये जाने की यह पहली घटना है। धर्माध्यक्ष अभिषेक की इस घटना के समाचार पर संत पापा
को बहुत खेद है क्योंकि नवनियुक्त धर्माध्यक्ष पर संत पापा की सहमति या स्वीकृति नहीं
है और यह अभिषेक समारोह कलीसियाई समुदाय के लिए गहरा जख्म तथा काथलिक अनुशासन का गंभीर
उल्लंघन है। वक्तव्य में कहा गया है कि अभिषेक संबंधी कलीसियाई विधान का उल्लंघन होने
से धर्माध्यक्ष गुओ स्वयं को गंभीर पाबंदियों सहित कलीसिया से स्वतः बहिष्कृत होने की
परिस्थिति में पाते हैं।