पाकिस्तानी ईसाई महिला को रिहा किये जाने की संत पापा की अपील
वाटिकन सिटी (जेनिथ सीएनएस) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने ईशनिन्दा के आरोप में मृत्युदंड
की सज़ा सुनायी गयी पाकिस्तानी ईसाई महिला 45 वर्षीय आशिया बीबी को रिहा किये जाने का
अनुरोध किया है। संत पापा ने बुधवार को आमदर्शन समारोह के अवसर पर मुसलमान बहुल पाकिस्तान
में पाकिस्तान के ईसाईयों की पीड़ाओं पर चर्चा की जो हिन्दुओं के साथ आबादी का मात्र
5 प्रतिशत हैं। मानवाधिकार समूह बहुत लम्बे समय से पाकिस्तान के ईशनिन्दा कानून की निन्दा
कर इसे समाप्त किये जाने की माँग करते रहे हैं क्योंकि यह कानून अल्पसंख्यकों पर अत्याचार
करने का साधन बन गया है और इसका धर्म के साथ कुछ भी लेना देना नहीं है। आशिया बीबी
को 14 नवम्बर को पाकिस्तान की एक अदालत ने पैगम्बर मुहम्मद का अपमान करने के आरोप में
ईशनिन्दा कानून के तहत मृत्युदंड की सज़ा सुनाया। संत पापा ने कहा कि पाकिस्तान में
ईसाईयों की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय समुदाय हाल के दिनों में बहुत चिंतापूर्वक देख रहा
है जो बहुधा हिंसा और भेदभाव का शिकार बने हैं। आशिया बीबी का स्पष्ट रूप से जिक्र करते
हुए संत पापा ने कहा कि वे उनके तथा उनके परिजनों के प्रति अपनी आध्यात्मिक समीपता व्यक्त
करते हुए कामना करते हैं कि उसे यथाशीघ्र पूर्ण आजादी दी जाए। इसके साथ ही वे उन सबलोगों
के लिए प्रार्थना अर्पित करते हैं जो स्वयं को इसी प्रकार की परिस्थिति में पाते हैं
ताकि उनकी मानव मर्यादा और मौलिक अधिकारों का पूरी तरह सम्मान किया जाये। एक अंतरराष्ट्रीय
अभियान चलाया जा रहा है और लोगों के हस्ताक्षर जमा किये जा रहे हैं। इसे आशिया बीबी की
तरफ से पाकिस्तान की सरकार को भेजा जायेगा। सोमवार को इस मामले में एक अपील दायर की गयी
है और आशिया बीबी के पति ने विश्व भर के ईसाईयो से प्रार्थना करने का अनुरोध किया है।
वाटिकन रेडियो को 17 नवम्बर को दिये एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
की न्याय और शांति संबंधी समिति के कार्यकारी सचिव पीटर जेकब ने कहा कि मृत्युदंड की
सज़ा से नागर समाज को धक्का पहुँचा है। अनेक हस्ताक्षर अभियान चलाये जा रहे हैं ताकि
अधिकारियों, प्रधानमंत्री और संसद को लोगों की भावनाओं से अवगत कराया जा सके कि यह अन्याय
पाकिस्तान के नागरिकों को स्वीकार नहीं है।