बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश
श्रोताओ संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 17 नवम्बर को बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर
पर संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में उपस्थित देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों
और पर्यटकों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने अंग्रेजी भाषा में कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो, आज की हमारी धर्मशिक्षा
माला में हम कोरनिलोन की संत जुलियाना पर ध्यान केन्द्रित करते हैं जो लीयेजे की संत
जुलियाना के नाम से ज्यादा विख्यात हैं। 12 वीं सदी के अंत में जन्मी जुलियाना युवावस्था
में ही अनाथ हो गयीं और वे अगुस्तीनियन धर्मबहन बन गयीं। बुद्धिमान और सुस्कृंत, जुलियाना
मनन ध्यान प्रार्थना तथा पवित्र यूखरिस्त के प्रति भक्ति की ओर आकर्षित हुईं। जुलियाना
ने बारम्बार मिल रहे दर्शन के परिणामस्वरूप यूखरिस्त के सम्मान में पूजनधर्मविधि पर्व
का प्रसार करने के लिए काम किया। येसु ख्रीस्त की देह का पर्व सबसे पहले लीयेजे धर्मप्रांत
में मनाया गया और यहाँ से इसका प्रसार हुआ। संत पापा अरबन चतुर्थ ने जो लीयेजे में जुलियाना
को जानते थे उन्होंने सार्वभौमिक कलीसिया के लिए ख्रीस्त की देह का समारोह मनाने की शुरूआत
की तथा संत थोमस अक्वीनस को पूजनधर्मविधि के टेक्स्ट तैयार करने का उत्तरदायित्व सौंपा।
संत पापा अरबन चतुर्थ ने स्वयं ओरवियेतो में इस समारोही पर्व को मनाया जो उस समय संत
पापा की अदालत की पीठ थी और जहाँ पिछले वर्ष सम्पन्न विख्यात यूखरिस्तीय चमत्कार के तर्बरूक
को रखा गया था।
जैसा कि हम कोरनिलोन की संत जुलियाना का स्मरण करते हैं हम यूखरिस्त
में येसु ख्रीस्त की यथार्थ उपस्थिति के प्रति अपने विश्वास को नवीकृत करें और प्रार्थना
करें कि यूखरिस्त का वसंतकाल जिसे हम आज कलीसिया में देख रहे हैं वह प्रचुर मात्रा में
फल उत्पन्न करे ताकि ख्रीस्त की देह और रक्त के संस्कार के प्रति और अधिक भक्ति का प्रसार
हो।
इतना कहने के बाद संत पापा ने इंटरनेशनल काथलिक माइग्रेशन कमीशन के प्रतिनिधिमंडल
का अभिवादन किया। उन्होंने सिस्टर्स औफ नोर्टडाम ओफ कोइसफेल्ड धर्मसमाज की सामान्य महासभा
में भाग ले रही धर्मबहनों को प्रार्थनापूर्ण शुभकामनाएँ दिया तथा इंगलैंड और वेल्स के
पुरोहितों को बधाई दिया जो अपनी पुरोहिताभिषेक की वर्षगाँठ मना रहे हैं। संत पापा ने
आमदर्शन समारोह में उपस्थित सब अंग्रेजी भाषी तीर्थयात्रियों विशेष रूप से इस्रायल, नाईजीरिया,
इंगलैंड और अमरीका से आये तीर्थयात्री समूहों का विशेष अभिवादन करते हुए सब पर प्रचुर
मात्रा में ईश्वरीय कृपाओं की कामना की। संत पापा ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को विभिन्न
यूरोपीय भाषाओं में भी सम्बोधित किया तथा समारोह के अंत में सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद
प्रदान किया।