2010-11-12 16:53:52

पाकिस्तान में ईसाई महिला को मृत्युदंड की सज़ा दिये जाने की निन्दा


पाकिस्तान में एक काथलिक महिला को मृ्त्युदंड की सज़ा दिये जाने के फैसले की ईसाई नेताओं ने निन्दा की है। भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसेफ ने कहा कि समसामयिक विश्व में यह निन्दनीय है। पाकिस्तान की एक अदालत ने 7 नवम्बर को पंजाब प्रांत के इत्तनवाली निवासी 45 वर्षीय एशिया बीबी को ईशनिन्दा कानून के तहत मौत की सज़ा सुनाई। अभियोजन पक्ष के अनुसार उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी तथा इस अपराध के आरोप में वह एक साल से जेल में कैद थीं।

कहा जाता है कि एशिया बीबी को अपने ईसाई धर्म की रक्षा करने के लिए दबाव डाला गया। मुसलिम महिलाओं ने 19 जून 2009 को उसे काफिर कहा तथा ईसाई धर्म को काफिरों का धर्म कहा तथा इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला। बताया गया है कि उक्त घटना के बाद एशिया बीबी और उनके बच्चों के साथ मार पीट की गयी थी तथा उसे पाकिस्तान में प्रभावी ईशनिन्दा कानून के तहत जेल में डाल दिया गया था। फादर बाबू ने इस कानून को वापस लिये जाने की माँग करते हुए कहा कि बहुधा इस प्रकार के कानून का उपयोग कुछ देशों में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ किया जाता है। हमें प्रयास करना चाहिए कि हमारा समाज इस प्रकार के बर्बर कानूनों से मुक्त हो।

ज्वाइंट वीमेन्स प्रोग्राम औफ द चर्च ओफ नोर्थ इंडिया की निदेशक ज्योत्सना चटर्जी ने कहा कि महिला को दी गयी मृत्यु दंड की सज़ा मानवाधिकारों और फैसलों के विधान के विरूद्ध है। उन्होंने पाकिस्तान की सरकार ने इस फैसले को अविलम्ब वापस लेने की अपील की है। आल इंडिया क्रिशिचयन कौंसिल एआई सीसी ने भारत सरकार से इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार आयोग तथा पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाकर महिला के जीवन की रक्षा करने का अनुरोध किया है।

एआईसीसी के महासचिव जोन दयाल ने कहा कि पाकिस्तान में ईशनिन्दा कानून का दुरूपयोग देश के अत्यंत लघु ईसाई समुदाय को सताने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ईसाई युवतियों या महिलाओं को अपहरण, बलात धर्म परिवर्तन तथा मानव तस्करी का सामना करना पडा है।

पाकिस्तान धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय और शांति संबंधी आयोग के सचिव पीटर जेकब के अनुसार पिछले दो माहों में 5 अन्य पाकिस्तानी ईसाईयो पर ईशनिन्दा का झूठा दोषारोपण किया गया है।








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