अफ्रीकी महाधर्माध्यक्ष ने कहा भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के कारण गरीबी है
(नैरोबी केन्या सीएनएस ) अफ्रीका में बुरकीना फासो के महाधर्माध्यक्ष ने केन्या के
नैरोबी में अफ्रीकी ईशशास्त्रियों के 8 से 12 नवम्बर तक आयोजित सम्मेलन के उदघाटन सत्र
को सम्बोधित करते हुए सवाल किया कि प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता होने के बावजूद क्यों
अफ्रीका में बहुत गरीबी है। बुरकीना फासो में बोबो दियोलासो के महाधर्माध्यक्ष अनसेल्मे
सानोन ने 200 से अधिक ईशशास्त्रियों को 8 नवम्बर को सम्बोधित करते हुए कहा कि अफ्रीका
के कुछ देशों में सोना यूरेनियम, डायमंड पाये जाते हैं तथापि लोग गरीबी की मार झेल रहे
हैं, स्कूल और चिकित्सा सुविधाओं की कमी है। उन्होंन कहा कि यद्यपि अफ्रीका महाद्वीप
में विकास की कुछ सफल कहानियों का बयान किया जा सकता है तथापि 5 दशकों के औपनिवेशिक शासन
के समाप्त होने के बाद घोर निर्धनता का उन्मूलन करने के प्रयासों सहित अनेक देशों में
क्षुधा की समस्या का समाधान कराने, पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने और लोगों को
शिक्षित करने की गंभीर चुनौतियाँ हैं। महाधर्माध्यक्ष सानोन ने काथलिक न्यूज सर्विस
से कहा कि वे इस बात से उदास हैं कि मानवीय जरूरतों के सामने महाद्वीप के प्राकृतिक संसाधनों
का निरंतर दोहन हो रहा है, सन 1950 से 60 के दशक में आजादी से पूर्व आर्थिक दोहन करनेवाले
उपनिवेशवादी ताकतें थीं अब हमारे कुछ नये नेताओं ने उसी खराब मिशन को जारी रखा है। उन्होंने
भ्रष्टाचार तथा राजनेताओं द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के कुप्रबंध को वर्तमान कठिनाईयाँ
का कारण बताया है।