(वाटिकन सिटी सीएनएस) वाटिकन में 11 नवम्बर से 31 जनवरी तक आयोजित प्रदर्शनी में संत
पापा की पुस्तकालय की निधियों का नवीनतम तकनीकियों और मल्टीमीडिया प्रस्तुति के द्वारा
प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रस्तुति में सदियो प्राचीन पुस्तकों, पाडुलिपियों और प्रकाशित
पुस्तकों के व्यापक और विविध संकलनों को दिखाया जा रहा है। यह प्रदर्शनी तीन साल तक
चले संत पापा की लाईब्रेरी के पुर्नरूद्धार काम के समापन का समारोह मनाने के अवसर पर
लगायी गयी है। संत पापा के लाइब्रेरी की रचना संत पापा निकोलस पंचम ने 15 वीं सदी में
की थी।
नो द वाटिकन लाइब्रेरी ए स्टोरी ओपन टू द फ्यूचर शीर्षक से आयोजित यह
प्रदर्शनी संत पेत्रुस बासिलिका स्कवायर के ब्राचो कारलो मान्यो में लगायी गयी है। यह
प्रदर्शनी संत पापा की लाईब्रेरी की वर्चुअल झलक पेश करती है। स्मरण रहे कि संत पापा
के लाइब्रेरी की पुस्तकें और पांडुलिपियाँ केवल विश्व के विशिष्ट शोधकर्ताओं को ही देखने
और काम करने के लिए उपलब्ध कराई जाती है।
वाटिकन के अभिलेखागार प्रमुख कार्डिनल
रफायले फरीना ने कहा कि यह प्रदर्शनी इसलिए लगायी गयी है ताकि उन सबलोगों को इसके बारे
में जानने का मौका मिले जिन्हें इन्हें देखने का सौभाग्य नहीं मिलता है। उन्होंने 9 नवम्बर
को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वाटिकन लाइब्रेरी सम्पूर्ण मानवता की पैतृक विरासत है।
उन्होंने कहा यह उम्मीद की जा रही है कि संत पापा इस प्रदर्शनी को 18 दिसम्बर को देखेंगे।