(सीएनएस) पाकिस्तान के इतिहास में अबतक आये सबसे व्यापक स्तर के बाढ़ पीड़ितों की सहायता
करने के लिए काथलिक परोपकारी संगठन पाकिस्तान की सरकार और अन्य परोपकारी संगठनों के साथ
सहयोग कर रही हैं। कारितास पाकिस्तान के आपदा प्रबंध राष्ट्रीय संयोजक एरिक दयाल ने कहा
कि बाढ़ के पानी का स्तर कम हो गय़ा है लेकिन बाढ़ पीडित लोग स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं
का सामना कर रहे हैं। उन्होंने 3 नवम्बर को लाहौर स्थित अपने कार्यालय में काथलिक न्यूज
सर्विस से कहा कि 20 मिलियन से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और जुलाई माह में पाकिस्तान
के पहाड़ी इलाकों में मूसलाधार बारिश होने से मैदानी इलाकों में आय़ी बाढ़ में 1600 से
अधिक लोगों की मृत्यु हो गयी है। बाढ़ पीडि़त लोग शुद्ध पेय जल की कमी तथा स्थिर जल में
मच्छरों के पैदा होने से डायरिया, हैजा और मलेरिया जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
वर्ल्ड हेल्थ औरगानाईजेशन ने हैजे के 99 मामलों तथा विस्थापितों के मध्य मलेरिया
के लगभग 3 लाख मामलों की पुष्टि की है। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 28 अक्तूबर
को बताया कि 2.3 मिलियन बाढ पीडि़तों का 236 राहत शिविरों में विभिन्न बीमारियों के लिए
इलाज किया गया है जबकि 176 लोगों की मृत्यु हो गयी है। इनमें शुद्ध पेय जल की कमी के
कारण डायरिया से मरे 64 लोग भी शामिल हैं।