दिवंगत कार्डिनलों महाधर्माध्यक्षों और धर्माध्यक्षों की स्मृति में संत पापा ने ख्रीस्तयाग
अर्पित किया
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वर्ष 2010 में मृत कार्डिनलों, महाधर्माध्यक्षों और धर्माध्यक्षों
की स्मृति में 4 नवम्बर को वाटिकन स्थित संत पेत्रुस बासिलिका में ख्रीस्तयाग अर्पित
किया। उन्होंने स्वर्गीय कार्डिनलों पीटर श्रीयानागी, काहाल ब्रेनडेन डाली, अरमांद गायतन
रजाफिन्द्रातांद्रा, थोमस स्पिडलिक, पौल अगुस्टीन मेयर, लुईजी पोज्जी सहित अन्य महाधर्माध्यक्षों
और धर्माध्यक्षों का स्मरण किया। संत पापा ने प्रवचन करते हुए कहा कि हम सस्नेह इनका
स्मरण करते हैं तथा इनके माध्यम से कलीसिया को मिले वरदानों के लिए ईश्वर को धन्यवाद
देते हैं। हमारी कृतज्ञता इन आत्माओं के लिए प्रार्थना बन जाती है ताकि स्वर्ग के अनन्त
धाम में ईश्वर इनका स्वागत करें। उनकी आत्माओं के लिए हम इस वेदी के चारों ओर पवित्र
यूखरिस्त में शामिल होते हैं जहाँ अर्पित बलि मृत्यु पर जीवन की, पाप पर कृपा की और नर्क
पर स्वर्ग की विजय की घोषणा करता है। संत पापा ने कहा हमारे ये बंधु उत्साही मेषपाल
थे जिनकी प्रेरिताई में पारलौकिक क्षितिज का आयाम था जो इस जीवन के बाद प्राप्त होनेवाली
खुशी की प्रतिज्ञा की आशा को संचारित करती है। उन्होंने सुसमाचार के साक्षी के रूप में
ऊपर की चीजों के लिए जीवन जीया। आत्मा के ये फल हैं – प्रेम, खुशी, शांति, धैर्य, उदारता,
भलाई, निष्ठा, गहन विश्वास, येसु के प्रति गहन समर्पण की भावना तथा प्रार्थना में उनके
मुखमंडल पर सतत मनन चिंतन। यह सब अनन्त जीवन का पूर्व रसास्वादन है जिसके बारे में आज
का सुसमाचार पाठ कहता है तथा ख्रीस्त स्वयं उन सबके लिए इसकी प्रतिज्ञा करते हैं जो उनमें
विश्वास करते हैं। संत पापा ने कहा कि अनन्त जीवन वस्तुतः मानवजाति के लिए इस दुनिया
में ईश्वर के साथ होने तथा भविष्य में इसकी परिपूर्णता का दिव्य उपहार है।