2010-11-03 12:30:31

नई दिल्लीः हिन्दू धर्मानुयायियों ने वाटिकन से दीवाली सन्देश का स्वागत किया


भारत के हिन्दू धर्मानुयायियों ने, दीवाली महापर्व के उपलक्ष्य में वाटिकन से भेजे गये शुभकामना सन्देश का हार्दिक स्वागत किया है।

समाज कार्यकर्त्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि वाटिकन से आया सन्देश, "ऐसा सन्देश है जो हृदयों का स्पर्श करता है।" उन्होंने कहा कि मैत्री, शांति और भाईचारे के इस सन्देश को पाकर विश्व और अधिक जगमगा उठेगा।

वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय अन्तरधर्म सम्वाद समिति के सचिव महाधर्माध्यक्ष पियर लूईजी चेलाता ने, दो नवम्बर को, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन को, "ख्रीस्तीय एवं हिन्दू धर्मानुयायीः आपसी सम्मान, विश्वास एवं सहयोग बढ़ाने की ओर" शीर्षक से एक सन्देश प्रेषित कर उसे सम्पूर्ण भारत के हिन्दू नेताओं को प्रेषित करने का आग्रह किया था।

वाटिकन के शुभकामना सन्देश में कहा गया, "आपसी सम्मान शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और साथ ही समाज के विकास के लिये आधारभूत घटक है" तथा, "विश्वास हर यथार्थ मानवीय रिश्तों को पोषित करता है।"

स्वामी अग्निवेश ने कहा कि वाटिकन का सन्देश शांति और न्याय की स्थापना के लिये दोनों समुदायों को एक सूत्र में बाँधेगा।

सुधारवादी हिन्दू संगठन देहली आर्य प्रतिनिधि सभा के सचिव के.पी. शास्त्री ने कहा कि वाटिकन ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के लिये पुण्य स्थल है तथा वहाँ से हिन्दू धर्मानुयायियों को सन्देश भेजा जाना हमारे लिये बड़े गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि उक्त सन्देश यह दर्शाता है कि ख्रीस्तीयों के मन में हिन्दुओं के प्रति सम्मान बढ़ रहा है जो दोनों समुदायों के बीच सेतु का काम करेगा।

इस बीच, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसफ ने कहा कि वाटिकन का सन्देश हिन्दू समुदाय के प्रति प्रेम एवं सदभावना की अभिव्यक्ति करता है।








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