देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
श्रोताओ रविवार 17 अक्तूबर को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पेत्रुस महामंदिर के
प्रांगण में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता कर 6 प्रभु सेवक सेविकाओं स्तानिस्लास
काजमियेरक सोलतेस, आन्द्रे बेस्सेते, कनडिडा मारिया दे येसुस सिप्रितीरिया इ बारियोला,
मेरी औफ द क्रोस मैककिलोप, जुलिया सालजानो और बातिस्ता कामिल्ला वरानो को संत घोषित किया।
उन्होंने समारोही ख्रीस्तयाग के बाद तीर्थयात्रियों और विश्वासियों को देवदूत संदेश प्रार्थना
का पाठ करने से पूर्व अनेक भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने फ्रेंच भाषा में कहा-
मैं फ्रेंच भाषी तीर्थयात्रियों का हार्दिक अभिवादन करता हूँ। इनमें शामिल हैं
कनाडा का आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल और सब कनाडावासी जो यहाँ ब्रदर आन्द्रे अंडराडे की संत
घोषणा समारोह के लिए आये हैं। उनका संदेश लेते हुए मैं आप सबको प्रोत्साहन देता हूँ कि
उनके पद चिह्नों पर चलें तथा अपने जीवन में प्रेम से ईश्वर की इच्छा का सहर्ष स्वागत
करें। मेरी कामना है कि आप सब उनके समान ही पीड़ा सह रहे भाई बहनों के प्रति परोपकार
और उदारता की भावना से ओत प्रोत हो जाएँ। ईश्वर आप सबको, आपके परिजनों को आशीष दें। आप
अपने रोम प्रवास का आनन्द लें।
संत पापा ने अंग्रेजी भाषा में कहा-
मैं
अंग्रेजी भाषी तीर्थयात्रियों का सहर्ष स्वागत करता हूँ, विशेष रूप से उनका जो आज इस
संत घोषणा समारोह में शामिल होने के लिए बहुत बड़ी संख्या में आये हैं। मेरी कामना है
कि ये नये संत अपनी प्रार्थना के द्वारा आपका साथ दें तथा अपने पवित्र जीवन के उदाहरण
द्वारा आपको प्रेरणा प्रदान करें। मैं कनाडा और आस्ट्रेलिया से आये आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल
का हार्दिक अभिवादन करता हूँ जो संत आन्द्रे बेस्सेत और संत मेरी मैककिलोप के आदर में
रोम की यात्रा पर आये हैं। ईश्वर आपको, आपके परिजनों तथा प्रियजनों पर आशीष दें।
संत
पापा ने जर्मन भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा- मैं जर्मन भाषी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों
का सहर्ष स्वागत करता हूँ। संत ईश्वर के प्रेम की जीवित छवि हैं। इस प्रकार आज हम इन
नये संतों में खुशी पाते हैं- स्तानिस्लास काजमियेरक सोलतेस, आन्द्रे बेस्सेते, कनडिडा
मारिया दे येसुस सिप्रितीरिया इ बारियोला, मेरी औफ द क्रोस मैककिलोप, जुलिया सालजानो
और बातिस्ता कामिल्ला वरानो. ये सब हमारे लिए अनुकरणीय उदाहरण हैं तथा ख्रीस्तीय के रूप
में हमारे जीवन के अधिवक्ता हैं। संत पापा ने स्पानी भाषा में सम्बोधित करते हुए
कहा- इस सुबह समारोही संत घोषणा समारोह में भाग लेनेवाले स्पानी भाषी तीर्थयात्रियों,
विशेष रूप से स्पेन से आये कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों तथा आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का
मैं सहर्ष स्वागत करता हूँ। मैं डोटर्स ओफ जीजस धर्मसमाज को उनकी संस्थापिका संत कैंडिडा
की मध्यस्थता के सिपुर्द करता हूँ। मैँ ईश्वर से याचना करता हूँ कि नये संत ईसाईयों के
लिए आदर्श नमूना बनें, विशेष रूप से युवाओं के लिए ताकि उनकी संख्य बढ़े जो अपने जीवन
में ईश्वर के आह्वान का स्वागत करें तथा उनके प्रेम की महानता की उदघोषणा करने के लिए
अपने जीवन को पूर्ण रूपेण समर्पित कर दें।
संत पापा ने पोलिश भाषा में सम्बोधित
करते हुए कहा- मैं सब पोलिश लोगों का सहर्ष अभिवादन करता हूँ जो इस संत घोषणा समारोह
में भाग लेने के लिए आये हैं। मैं विशेष रूप से पौलैंड के राष्ट्रपति तथा पोलिश धर्माध्यक्षीय
समिति के प्रतिनिधियों का स्वागत करता हूँ। आपके देशवासी स्तानिस्लास काजमियेरेक की संतता
की महिमा पर आपके साथ आनन्द मनाता हूँ। हम उनसे प्रार्थना का मनोभाव, मनन चिंतन तथा अपने
पड़ोसी के लिए आत्मत्याग करना सीखें। ईश्वर तथा पोलैंड की कलीसिया के सामने वे आपकी,
आपके प्रियजनों और मातृभूमि की सहायता करें।
संत पापा ने इताली भाषा में सम्बोधित
करते हुए कहा- मैं इताली तीर्थयात्रियों तथा इटली के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का अभिवादन
करता हूँ जो संत बातिस्ता वरानो और सेत जुलिया सालजानो का समारोह मनाने के लिए यहाँ उपस्थित
है। विशिष्ट रूप से मेरे विचार इन संतो की आध्यात्मिक पुत्रियों और विश्वासियों को ओर
जाते हैं जो मार्के तथा कम्पानिया से आये हैं। इटली के बारे में सोचते हुए आज मैं रेजियो
कलाबरिया का स्मरण करना चाहता हूँ जहाँ इटली के काथलिकों का 46 वाँ वार्षिक समाज सप्ताह
का समापन हो रहा है। उन्होंने देश के भविष्य के लिए एजेंडा ओफ होप पर विचार विमर्श किया।
मैं सम्मेलन के प्रतिभागियों का अभिवादन करता हूँ जो इस समय वीडियो लिंक से जुड़े हैं
और मेरी आशा है कि सामान्य हित का लक्ष्य हमेशा सामाजिक और राजनैतिक मुद्दों से जुडे़
काथलिकों के प्रयासों को मार्गदर्शन प्रदान करनेवाले सिद्धान्तों का अंग रहेगा।
अब
हम पवित्रताम कुँवारी माता मरिया की ओर प्रार्थना में मुखातिब होते हैं जिन्हें ईश्वर
ने संतों की मंडली के केन्द्र में रखा है। हम सम्पूर्ण कलीसिया को उन्हें तथा सब संतों
की मध्यस्थता के सिपुर्द करते है ताकि उनके उदाहरण से आलोकित होकर तथा उनकी मध्यस्थता
से मजबूत रहकर विश्वासी जन नवीकृत मनोभाव में स्वर्गिक धाम की ओर बढ़ते रहें।
इतना
कहकर संत पापा ने सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।