साम्प्रदायिकता, जातिवाद, भ्रष्टाचार और आतंकवाद मुक्त कराने के लिये राजनीति
शिलौंग, 16 अक्तूबर, 2010 (उकान) देश को भ्रष्टाचार, आतंकवाद, साम्प्रदायिकता और जातिवाद
से मुक्त कराने के लिये युवा सामने आयें। उक्त बातें इंडिया कैथोलिक यूथ मूवमेंट
के निदेशक फादर फ्रैंकलिन डीसूजा ने उस समय कहीं जब उन्होंने शिलौंग में आईसीवाईएम
के राष्ट्रीय सम्मेलन में युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया
है जब युवा काथलिक राजनीति में प्रवेश करें और देश को ग़रीबी और हर प्रकार की बुराई
को जड़ से उखाड़ फेंकने में अपना योगदान दें। विदित हो कि काथलिक युवाओं का चार दिवसीय
सम्मेलन मेघालय के शिलौंग में आयोजित किया गया था जिसमें पूरे देश के 152 धर्मप्रांतों
के 2 हज़ार काथलिक युवाओं ने हिस्सा लिया। इस काथलिक युवा सम्मेलन की विषयवस्तु थी ‘लिव
द वर्ल्ड लिबारेट द वर्ल्ड’ 13 अक्तुबर को सम्पन्न यूखरिस्तीय समारोह में युवाओं
को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे ग़रीबी निवारण, पर्यावरण की रक्षा और शांति की
संस्कृति के विस्तार के लिये कार्ये करें। वे चाहते हैं कि युवा दबे-कुचले, शोषित और
हाशिये पर किये लोगों की आवाज़ बनें। युवाओं को संबोधित करते हुए हैदराबाद के माईकेल
परेरा ने कहा कि युवाओं को चाहिये कि वे आपस में मिलकर कार्य करें, सहयोग करें और मीडिया
का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलतायें प्राप्त करने के लिये उन्हें
चाहिये कि वे अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और उसके लिये लगातार कार्य करें। फादर
डीसूजा ने कहा कि वे चाहते हैं कि काथलिक युवा शक्ति को मजबूत करें ताकि वे राष्ट्रनिर्माण
में अपना योगदान दे सकें।