भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की सामाजिक सम्प्रेषण समिति के कार्यकारी सचिव सलेशियन
पुरोहित फादर जोर्ज पलाथोटम ने काथलिक प्रेस में कम्यूनिकेशन की भूमिका को स्वीकार करते
हुए कहा है कि हजारों ब्लागर्स को ब्लाग लिखने दिया जाये। परमधर्मपीठीय सामाजिक सम्प्रेषण
संबंधी समिति द्वारा रोम में 4 से 7 अक्तूबर तक वैश्विक काथलिक प्रेस सम्मेलन का आयोजन
किया था। फादर जोर्ज ने कहा कि ऐसे देश में जहाँ प्रेस स्वतंत्रता का आनन्द ले रही
है हम इस आजादी का असरकारी रूप में उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जैसा कि हमें करना चाहिए।
अनेक पत्रिकाओं का प्रकाशन किया जा रहा है लेकिन अनेकों में मिशन की भावना और प्रोफेशनल
अभिगम की कमी है। उन्होंने इंटरनेट युग में डिजीटल डिवाइड को दूर करने के लिए प्रेस का
आधुनिकीकरण किये जाने तथा ईसाई पब्लिकेशन को और अधिक सहजता से उपलब्ध कराये जाने का सुझाव
दिया। अनेक पत्र पत्रिकाएँ धर्मसमाजी आवासों में केवल रीडिंग रूम तक सीमित हैं। इन पत्र
पत्रिकाओं को और अधिक भाषाओं में प्रकाशित कर न्यूज स्टैंडों में उपलब्ध कराया जाये।
मीडिया प्रोफेशन में अनेक युवाओं और धर्मसमाजियों की भूमिका को स्वीकार करते हुए
फादर पलाथोटम मानते हैं कि धर्माध्यक्षों सहित कलीसिया के वरिष्ठ अधिकारी नयी मीडिया
के बारे में अधिक से अधिक जानें। उनका मानना है कि ब्लागिंग करना काथलिक प्रेस को प्रोफेशनल
बनाने में मदद करेगा। उन्होंने ए थाउसंड बलागर्स ब्लोग कहते हुए बहुत सारे मुददों को
सुसमाचार के आलोक में देखे जाने तथा कलिसीयाई नजरिये से समस्याओं का समाधान किये जाने
की जरूरत को रेखांकित किया।