पालेरमो, 4 अक्तुबर, 2010 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि " सुसमाचार
की ‘विस्फोटक शक्ति’ का प्रचार दुनिया में वे ही लोग कर सकते हैं जिनका जीवन विश्वास
पर आधारित है। " संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने रविवार 3 अक्तुबर
को अपने एक दिवसीय प्रेरितिक दौरे के दरमियान सिसली की राजधानी पालेरमो के भूमध्यसागरीय
तट पर आयोजित यूखरिस्तीय समारोह में लोगों को प्रवचन दिया। संत पापा ने कहा कि अगर व्यक्ति
में विश्वास हो तो वह दुनिया का चेहरा को बदल सकता है। संत पापा ने कहा कि लोग भविष्य
को आशा की नज़रों से देखें। उन्होंने स्वीकार किया कि सिसली के लोग बेरोजगारी अनिश्चितता
और सुनियोजित अपराधों के कारण मानसिक और आध्यात्मिक पीड़ा झेल रहे हैं। उन्होंने कहा
कि ईसाई जीवन का आधार है विश्वास, इसलिये लोगों को चाहिये कि वे ईश्वर पर पूर्ण आस्था
रखते हुए नम्रतापूर्ण जीवन बितायें। पोप ने येसु के चेलों की तारीफ़ करते हुए कहा
कि उन्होंने येसु से धन-दौलत की माँ नहीं की पर उनसे विश्वास बढ़ाने का निवेदन किया था।
उन्होंने कहा कि अगर हम पूरे विश्वास के साथ येसु को स्वीकार करते हैं और उन्हें
पूर्ण भरोसे के साथ समर्पित करते हैं तो निश्चय ही असंभव भी संभव हो जायेगा। संत पापा
ने लोगों से कहा की वे ऐसा कभी न सोचें कि उन्होंने ईश्वर के लिये बहुत कुछ कर दिया है।
आज ज़रूरत है ईश्वर की इच्छा को जानने की, उसे अपने जीवन में शांत भाव से पूरा करने की
और अपने विश्वास को सुदृढ़ करते हुए नये निर्णय लेने की ताकि इस दुनिया का चेहरा सुन्दर
बन सके।