सिओल, 4 अक्तुबर, 2010 (उकान) कोरिया के काथलिक फिल्म निदेशक अल्फोंस यून ने धार्मिक
सद्भाव की भावना को बढ़ावा देने के लिये ‘हाल’ नामक एक फिल्म बनायी है जिसका अर्थात्
है ‘शाउट्स’ अर्थात् ‘पुकार’। अपनी फिल्म के बारे में बताते हुए अल्फोंस यून योंग
जिन ने कहा कि उसकी फिल्म 14 अक्तुबर को रिलीज़ होगी जिसका संदेश है धार्मिक सद्भाव।
उन्होंने बताया कि ‘हाल’ एक जेन मास्टर की पुकार की ओर इंगित करता है जो अपने शिष्य को
डाँटता है। यून ने कहा कि इस फिल्म में एक बौद्ध भिक्षु ईसाई धर्म को समझने का प्रयास
करता है। फिल्म की कहानी में दो दोस्त एक अनाथालय में एक साथ पलते हैं पर धर्म के कारण
उनमें विवाद हो जाता है और उनकी दोस्ती टूट जाती है। वर्षो बाद एक काथलिक पुरोहित
बनता है तो दूसरा बौद्ध भिक्षु। बौद्ध भिक्षु अपने जेन मास्टर के निर्देशन में ज्ञान
से आलोकित होकर अपने काथलिक मित्र मिलने जाता है। फिल्म निदेशक के अनुसार यह फिल्म बौद्ध
भिक्षु की आध्यात्मिक यात्रा का दृश्य रूप है। उन्होंने अपनी फिल्म बनाने की प्रेरणा
के बारे में बोलते हुए बताया कि बौद्ध धर्मग्रंथ का अध्ययन करते हुए उसने ईसाई धर्मग्रंथ
बाईबल के मर्म को समझा। उन्होंने यह भी बताया कि वह बौद्ध था पर हाल ही उन्होंने ईसाई
धर्म स्वीकार किया है। यह फिल्म धर्मसंबंधी कई बातों के बारे में चिन्तन करता है विशेष
रूप से जीवन, आत्मा, भावनात्मक व्याकुलता, धार्मिक बुलाहट और निर्वाण आदि के बारे में।
उनका मानना है कि इस फिल्म से लोगों में प्रेम, सहानुभूति और सद्भाव का संचार होगा। फिल्म
निदेशक यून ने बताया कि बौद्धों के सबसे बड़े सम्प्रदाय ‘योग्ये ऑर्डर ऑफ कोरियन बुद्धिज़म’
ने फिल्म-निर्माण के खर्च का वहन किया है।