मुम्बई, 27 सितंबर, 2010 (उकान) सीबीसीआई के अध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेशियस ने 23
सितंबर शुक्रवार को धर्माध्यक्षों पुरोहितों धर्मबहनों और करीब एक हज़ार लोगों की उपस्थिति
में कंधमाल पर लिखी गयी किताब ‘शाइनिंग फेथ इन कंधमाल’ का पुनर्विमोचन किया।
किताब
के लेखक प्रसिद्ध पत्रकार अन्तो अक्कारा ने अपनी इस पुस्तक को कंधमाल के उन तमाम ईसाइयों
को समर्पित किया है जिन्होंने ईसाई-विरोधी हिंसा के समय अपने ख्रीस्तीय विश्वास की रक्षा
के लिये कंधमाल के जंगलों में यातनायें सहीं।
विमोचन के बाद उपस्थित लोगों
को संबोधित करते हुए कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा कि कंधमाल की कहानी ‘एक दुःखद वृतांत’
है पर इसमें ‘ईश्वरीय कृपा’ छिपी हुई है।
लेखक सह पत्रकार लिखते हैं कि कंधमाल
के ख्रीस्तीय अपने जान बचा सकते थे अगर वे हिंसा पर उतारु अतिवादी हिन्दुओं के सामने
हिंदु धर्म स्वीकार करते और अपने ख्रीस्तीय विश्वास का त्याग कर देते।
लेकिन
ईसाइयों ने इस हिंसा में 93 लोगों की जान गँवाना और महीनों तक जंगलों में भटकते स्वीकार
कर अपने ख्रीस्तीय विश्वास की दृढ़तापूर्वक रक्षा की।
विदित हो की अक्कारा की
इस किताब को ‘कंधमाल अ ब्लोट ऑन इंडियन सेकुलारिज़्म’ के नाम से सन् 2009 के अक्तूबर
माह में प्रकाशित किया गया था। लेखक ने बताया कि इस नये संस्करण में घटनाओं की सूक्ष्म
जानकारियाँ दी गयीं हैं।
उन्होंने बताया कि कंधमाल हिंसा पर इस किताब के
दो भाग हैं पहले भाग में उन ईसाइयों के बारे में चर्चा है जिन्होंने अपने प्राण दिये
और दूसरे भाग में ‘सुनियोजित हिंसा और इसकी जड़’ के सार को प्रस्तुत किया गया है।
कार्डिनल ने इसी दिन दो अन्य पुस्तकों का विमोचन किया। पहली किताब भारत के लिये ‘रिवाइज़ड
स्टैन्डर्ड वर्शन’ बाईबल का नया संस्करण है और दूसरी संत पापा की किताब ‘स्पीरिट ऑफ लिटरजी’
है।
ज्ञात हो कि दोनों किताबों का प्रकाशन एशियन ट्रेडिंग कोरपोरेशन ने अपनी
स्थापना के 65वें साल पूरे होने के अवसर पर की है।