2010-09-18 13:26:12

लन्दनः सन्त पापा की यू.के. यात्रा का दूसरा दिन अत्यधिक अर्थपूर्ण


लन्दन में, शुक्रवार को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने धर्मों के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को मज़बूत करने, एंगलिकन धर्मानुयायियों के साथ एकतावर्द्धक पथ पर नित्य बढ़ते रहने तथा राजनिति में ठोस नैतिक आधारों के निर्माण का आह्वान किया।

ग्रेट ब्रिटेन में कुछेक दलों की ख्रीस्तीय विरोधी नारेबाज़ी के बावजूद अधिकांश लोग सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यात्रा में अभिरुचि दर्शा रहे हैं। शुक्रवार को लैमबेथ प्रासाद में एंगलिकन कलीसिया के आध्यात्मिक गुरु महाधर्माध्यक्ष रोवन विलियम्स से मुलाकात के बाद अपराह्न सन्त पापा ने संसद भवन, वेस्टमिन्स्टर हॉल, के लिये प्रस्थान किया। लगभग एक किलो मीटर लम्बे मार्ग के ओर छोर खड़े होकर ब्रिटेन के सैकड़ों प्रशंसकों ने पारदर्शी मोटर गाड़ी पापामोबिल से गुज़रते अपने खास मेहमान बेनेडिक्ट 16 वें का सहृदय स्वागत किया।

वेस्टमिन्स्टर हॉल में सन्त पापा ने नागर समाज के प्रतिनिधियों, शिक्षा और संस्कृति के बुद्धीजीवियों, आर्थिक एवं वित्तीय विशेषज्ञों तथा राजनीतिज्ञों एवं कूटनीतिज्ञों को स्मरण दिलाया कि आर्थिक गतिविधियों में ठोस नैतिक आधारों की कमी की वजह से ही आज विश्व के करोड़ों लोग आर्थिक एवं वित्तीय संकट का अनुभव कर रहे थे।

शुक्रवार को सन्त पापा का सन्देश सुननेवालों में ब्रिटेन के चार पूर्व प्रधान मंत्री अर्थात् मार्ग्रेट थैचर, जॉन मेजर, टोली ब्लेयर एवं गॉर्डन ब्राऊन भी वेस्टमिन्स्टर हॉल में मौजूद थे।








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