महाधर्माध्यक्ष अगोस्टिनो मारचत्तो का इस्तीफा स्वीकृत
वाटिकन सिटी, 4 सितंबर 2010 (ज़ेनित) संत पापा ने 25 अगस्त को प्रवासियों और पर्यटकों
के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के सचिव महाधर्माध्यक्ष अगोस्टिनो मारचेत्तो का इस्तीफ़ा
स्वीकार कर लिया है।
महाधर्माध्यक्ष मारचेत्तो ने कहा कि मुझे इस्तीफ़ा देने
का अफसोस तो है पर अपने दायित्व निभाने का संतोष भी है। विदित हो कि महाधर्माध्यक्ष ने
वाटिकन के इस विभाग की सेवा सन् 2001 से ही की है। उन्होंने बताया कि अब वे अपना समय
कलीसिया के इतिहास पढ़ने में बिताएँगे।
उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि
वे मूल रूप से इतिहासकार ही रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी रुचि ईशशास्त्र, कलीसिया
के नियम-कानून और मेषपालीय कार्यों में भी रही है।
प्रवासियों की समस्याओं के
बारे में उन्होंने कहा कि चर्च सदा से ही प्रवासियों के साथ सुरक्षा और आदर के साथ व्यवहार
करती रही है पर कई स्थानों में आतित्थ्य से ज़्यादा सुरक्षा में खर्च हुए हैं।
विदित
हो कि महाधर्माध्यक्ष मारचेत्तो ने 20 अगस्त को फ्रांस सरकार के प्रवासियों को वापस भेजने
पर अपनी नकारात्मक प्रतिक्रिया की थी जिसके ग़लत अनुवाद के कारण विवाद उठ खड़ा हुआ था।
यह
भी ज्ञात हो कि महाधर्माध्यक्ष ने संत पापा को अपनी इस्तीफ़ा देने की इच्छा पहले ही जतायी
थी ताकि वे वाटिकन की द्वितीय महासभा के इतिहास के बारे में अध्ययन कर सके।
इसी
विषय पर उन्होंने एक किताब का प्रकाशन पिछले मार्च महीने में कर दिया है। महाधर्माध्यक्ष
मारचेत्तो 20 वर्षों तक संत पापा के राजदूत के रूप में कार्य किया। 28 अगस्त को उन्होंने
70 साल पूरे किये।