हैदराबाद, 28 अगस्त, 2010 ( उकान) हैदराबाद के महाधर्माध्यक्ष मरापुडी जोजी का निधन हो
गया। उकान समाचार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 27 अगस्त उनका मृत शरीर उनके कमरे
में पाया गया। समाचार के अनुसार महाधर्माध्यक्ष की मृत्यु ह्रदय की गति रुक जाने
के कारण हुई। वे 68 वर्ष के थे। घटना की जानकारी देते हुए हैदराबाद के विकर जेनरल स्वर्णा
बेरनार्ड ने बताया कि शुक्रवार 27 अगस्त को जब वे अपराह्न के भोजन के बाद विश्राम के
लिये गये और वापस नहीं निकले तब उन्होंने जाकर देखा तो पाया कि वे गिरे पड़े थे। धर्माध्यक्ष
के निजी डॉक्टर ने उनकी जाँच की और उन्हें मृत घोषित किया। महाधर्माध्यक्ष इधर कुछ वर्षों
से लगातार बीमार रहा करते थे। सन् 2001 में उनके ह्रदय की बाई पास सर्जरी की गयी थी और
एक शरीर में पेसमेकर लगाया गया था।जून महीने से वे बोन कैंसर का भी इलाज़ करा रहे थे।
फादर स्वर्ण ने बताया कि बीमारियों के बावजूद महाधर्माध्यक्ष ने अंतिम तक लोगों के
सामाजिक और धार्मिक हक के लिये कार्य किया। उन्होंने बताया कि महाधर्माध्यक्ष जोजी
अपने प्रशासनिक कार्यकुशलता के लिये सदा ही याद किये जायेंगे। अपने धर्माध्यक्ष बनने
के पूर्व ने विजयवाडा धर्मप्रांतीय समाज सेवा समिति के अध्यक्ष थे। सन् 1971 ईस्वी
में उनका पुरोहिताभिषेक सम्पन्न हुआ था और 20 साल बाद सन् 1991 ईस्वी में उन्हें खम्माम
का धर्माध्यक्ष बनाया गया था। बाद में सन् 2000 ईस्वी में उन्हें हैदराबाद का महाधर्माध्यक्ष
बनाया गया