ब्वेनोस अयरस, 28 अगस्त, 2010 ( ज़ेनित) संत पापा न बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि आज
ज़रूरत है कि हम एक-दूसरे को वैसा ही प्यार करें जैसे कि ईश्वर ने हमें प्यार किया है
विशेष करके उन्हें जो जरूरतमंद और कमजोर हैं।
संत पापा ने उक्त बातें उस समय
कहीं जब उन्हें ने वाटिकन के राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरेतोने के द्वारा अर्जेनटिना
के काथलिकों को उनके राष्ट्रीय मदद दिवस के अवसर पर अपना संदेश दिया।
वाटिकन
समाचार पत्र लोसेरभातोरे रोमानो ने इसके बारे में बताते हुए कहा कि संत पापा चाहते हैं
प्रेम ही हमारे ख्रीस्तीय जीवन की विशिष्ट पहचान होनी चाहिये।
विदित हो कि अरजेनटिना
में 41वाँ राष्ट्रीय मदद दिवस मनाया जा रहा है जिसे मोर फॉर लेस के नाम से जाना जाता
है।
संत पापा ने कहा कि अर्जेनचिना के काथलिकों का कार्य अति प्रशंसनीय है। इस
अवसर पर दिये अपने संदेश में संत पापा ने कहा कि विश्वासियों को चाहिये कि वे रोज दिन
पवित्र धर्मग्रंथ पाठ करने की आदत बनालें और कलीसिया के संस्कारों को भक्तिपूर्वक ग्रहण
करें।
ऐसा करने के द्वारा वे अपने जीवन को ईश्वरीय भोजन से परिपोषित करेंगे और
सहअस्तित्व जैसे मूल्यों को बढ़ावा दे पायेंगे।
विदित हो कि अर्जेनटिना की धर्माध्यक्षीय
समिति ने निर्णय किया कि 11 और 12 सितंबर माह को ज़रूरतमंदो को मदद देने के लिये मदद
राशि जमा की जायेगी।
इस मदद कार्यक्रम की विषयवस्तु है हम किसी को भी नहीं अलग
नहीं करने का एक एक इतिहास बनाएँगे। लोसेरभातोरे रोमानो ने बताया कि ग़रीबों के लिये
मदद कार्यक्रम से 25 धर्मप्रांतों को लाभ होगा जो अपेक्षाकृत ज़रूरतमंद हैं। बताया गया
है इस राशि से बच्चों और युवाओं के कल्याण की योजनायें बनायी गयीं हैं।
गोया
के धर्माध्यक्ष रिकार्डो फयफेर ने बताया कि पिछले वर्ष मदद राशि में 35 प्रतिशत की वद्धि
हुई थी और 2 लाख डॉलर की राशि जमा की गयी थी।
संत पापा के संदेश को लोगों को
सुनाते हुए कार्डिनल बेरतोने ने कहा है कि मोर फॉर लेस योजना ग़रीब की समस्या का समाधान
नहीं है पर इस योजना के तहत् व्यक्ति ग़रीब और अमीर एक –दूसरे के करीब आते हैं।
इससे
भ्रातृप्रेम का एक वातावरण बनता है और येसु मसीह की इच्छा के अनुसार सुसमाचार का प्रचार
होता है।