इटली के विख्यात भौतिकी विशेषज्ञ और परमधर्मपीठीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष निकोला कोबिबा
का निधन
इटली के विख्यात भौतिकी विशेषज्ञ और परमधर्मपीठीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष निकोला कोबिबा
का 16 अगस्त को 75 वर्ष की आयु में एक लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने अकादमी के निदेशक धर्माध्यक्ष मारचेलो सांचेज सोरोन्दो को भेजे गये तारसंदेश
में उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए वाटिकन के लिए अर्पित उनकी सेवाओं का कृतज्ञतापूर्वक
स्मरण किया।
लोजरवातोरे रोमानो समाचार पत्र के 17 अगस्त को प्रकाशित अंक में
कहा गया कि सन 1993 से परमधर्मपीठीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए
काबिबो गहन रूप से काथलिक थे और उन्होंने विज्ञान और धर्म के बीच मध्य संबंध को महान
संतुलन के साथ देखा। उन्होंने बहुत बार इस तथ्य पर बल दिया कि काथलिक कलीसिया के सिद्धान्त
साथ थ्योरी औफ इवोलयूशन के असंगत नहीं है। प्राथमिक कणों पर शोध के लिए काबिबो को विश्व
स्तर पर पहचान और मान्यता मिली। उन्होंने क्वार्कस के मध्य कमजोर इंटर एक्शन के लिए गणितीय
कोनस्टंट का विकास किया जिसे " काबिबो एंगल " कहा जाता है। उन्होंने दो अन्य वैज्ञानिकों
मकोतो कोबायाशी और तोसहीहाइड मास्कावा के साथ न्यू क्वार्क्स के अस्तित्व की भविष्यवाणी
करने में सहायता की। कोबायशी और मस्कावा को भौतिकी में काबिबो की थ्योरी को बढ़ाने के
लिए सन 2008 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
वैज्ञानिक समुदाय में अनेकों
ने महसूस किया कि कबीबो को पुरस्कार में भागीदारी मिलनी चाहिए थी। वाटिकन समाचार पत्र
ने कहा कि इताली भौतिकी विशेषज्ञ ने इस अन्याय पर कभी हंगामा नहीं किया लेकिन पूरी तन्मयता
और विनम्रता से अपने काम में लगे रहे। उनके लिए सर्वोत्तम पुरस्कार ज्ञान था।