श्रीलंका के सुप्रसिद्ध मरियम तीर्थालय में 4 लाख 50 हजार विश्वासी आये
श्रीलंका के सुप्रसिद्ध मरियम तीर्थालय अवर लेडी औफ मधु तीर्थालय में 15 अगस्त को माता
मरियम के स्वर्गारोहण पर्व के अवसर पर आयोजित ख्रीस्तयाग समारोह में 4 लाख 50 हजार विश्वासी
शामिल हुए। श्रीलंका में गृहयुद्ध की समाप्ति पर इस तीर्थालय में आयोजित होनेवाला यह
दूसरा समारोह था। पर्व की पूर्वसंध्या पर महाधर्माध्यक्ष माल्कम रंजीत ने जाफना के धर्माध्यक्ष
थोमस समुदरानवागमन, मन्नार के धर्माध्यक्ष रयप्पु जोसेफ, बादुल्ला के धर्माध्यक्ष विंसटन
फेरनान्दो तथा अनुराधापुर के धर्माध्यक्ष नोरर्बट अन्दरादी के साथ शोभा यात्रा का नेतृत्व
किया। 15 अगस्त को आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग में कोलम्बो के महाधर्माध्यक्ष माल्कम रंजीत
मुख्य अनुष्ठाता थे। उन्होंने प्रवचन करते हुए गृहयुद्ध के बाद के वर्षों में पारिवारिक
जीवन के पुर्ननिर्माण और मेल मिलाप की जरूरतो पर विशेष बल दिया। उन्होंने इस तथ्य पर
खेद व्यक्त किया कि अनेक दम्पति बच्चे नहीं चाहते हैं या बच्चे होने के लिए असहजता महसूस
कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीयों के लिए परिवार लघु चर्च है। परिवार प्रेम का
स्रोत है और प्रेम ईश्वर से आता है तथा यह प्रेम दम्पति के मध्य और अभिभावकों के द्वारा
बच्चों को दिया जाता है। इस वर्ष पर्व समारोह के दौरान ही राष्ट्रीय लोकधर्मी समिति
द्वारा मन्नार धर्मप्रांत में 6 अगस्त को आरम्भ किये गये राष्ट्रीय परिवार सप्ताह का
समापन किया गया। इसका शीर्षक था परिवार ख्रीस्तीय मूल्यों कि शिक्षक है। लोक धर्मी समिति
के अध्यक्ष मान्यवर विन्सटन फेरनान्दो ने बैठकों की अगुवाई की। राष्ट्रीय परिवार प्रेरिताई
के निदेशक फादर जुलियन पैट्रिक परेरा ने एशिया न्यूज समाचार सेवा से कहा कि हम प्रत्येक
परिवार को अच्छे सिद्धान्तों को देना चाहते हैं। दैनिक बैठकों में शामिल होकर विश्वासी
जन अपने पारिवारिक जीवन का नवीनीकरण करने के लिए सहायता पा सकते हैं। जिन लोगों ने बैठकों
में भाग लिया उन्हें आदर्श जीवन जीने के लिए सीख मिली।