माता मरिया का स्वर्ग में सशीर उठाया जाना, ईश्वरीय प्रेम पर आधारित सत्य
कास्तेल गंदोल्फो, 16 अगस्त, 2010 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि माता
मरिया का स्वर्ग में उठा लिया जाना ईश्वर के प्रेम आधारित सत्य है। संत पापा ने उक्त
बातें उस समय कहीं जब उन्होंने माता मरिया के स्वर्गोद्ग्रहण पर्व के अवसर पर कास्तेल
गंदोल्फो स्थित परमधर्मपीठीय पल्ली संत थोमस ऑफ विलेयानोवा में समारोही यूखरिस्तीय बलिदान
चढ़ाया। इस मिस्सा पूजा में वाटिकन सचिव कार्डिनल बेरतोने, सेना व स्थानीय प्रशासनिक
अधिकारी, और विभिन्न धर्मसंघों के सदस्य और कुछ चुने हुए पल्लीवासियों न हिस्सा लिया।
संत पापा ने कहा कि आज के पर्व दिवस के द्वारा हम इस विश्वास को दिखाते हैं कि ‘माता
मरिया ने ठीक उसी तरह से मृत्यु पर विजयी प्राप्त की जैसे कि उनके पुत्र येसु मसीह ने
किया और अभी शरीर और आत्मा के साथ स्वर्ग में विराजमान है। संत पापा ने कहा कि स्वर्ग
का अर्थ कोई निवास स्थान कोई नक्षत्र या ऐसी ही कोई मह्त्वपूर्ण जगह नहीं है पर इसका
अर्थ वृहत और विस्तृत है जिसे हम अपनी सीमित बुद्धि से पूर्णतः नहीं समझ सकते हैं। स्वर्ग
का अर्थ है ईश्वर हमारे निकट हैं, हमें हमारी मृत्यु के बाद भी नहीं छोड़ते हैं और हमारे
लिये अनंत धाम में एक सुनिश्चित और सुरक्षित स्थान तैयार कर दिये हैं। संत पापा ने कहा
हम इस दुनिया में जीवित हैं क्योंकि ईश्वर हमें प्यार करते हैं। हम उन्हीं के द्वारा
सुरक्षित है। उनका प्यार इतना शक्तिशाली है कि वह मृत्यु को पराजित कर सकता है। ईश्वर
के इसी प्यार को हम स्वर्ग कहते हैं। इसी लिये हमें प्रसन्न होना चाहिये और अपनी आशा
को सुदृढ़ करनी चाहिये क्योंकि हमारा भविष्य उज्ज़वल है। उन्होंने कहा कि आज हम बुलाये
गये हैं ताकि हम इस दुनिया को ईश्वर का राज्य बना सकें इस दुनिया को ईश्वरीय खुशी दे
सकें और यह दुनिया ईश्वरीय प्रेम और स्वर्गीय आनन्द को पहचान सके।