तेजे समुदाय की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ पर संत पापा का बधाई संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने तेजे समुदाय की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ तथा इसके संस्थापक
ब्रदर रोजर के निधन की पाँचवीं पुण्यतिथि को देखते हुए इस समुदाय का स्मरण किया है।
उन्होंने संस्थापक ब्रदर रोजर को ईसाईयों के मध्य एकता के निर्माण में अग्रणी व्यक्ति
कहा। ब्रदर रोजर ने अपने मित्रों और बहन की सहायता पर निर्भर रहते हुए फ्रांस के तेजे
में 20 अगस्त 1940 को इस समुदाय की स्थापना की ताकि द्वितीय विश्व युद्ध के शरणार्थियों
की सहायता कर सकें। उन्होंने सब जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए अपने आपको समर्पित
कर दिया। यह कैरिज्म इस समुदाय के सदस्यों द्वारा विगत 70 वर्षों से जारी है। आगामी वर्षगाँठ
समुदाय के सदस्यों के लिए हर्ष और विषाद का अनुभव लायेगा क्योंकि इसके संस्थापक की पाँच
वर्ष पूर्व 16 अगस्त 2005 को संध्या प्रार्थना के समय एक विक्षिप्त महिला ने हत्या कर
दी थी। तेजे समुदाय की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ तथा इसके संस्थापक ब्रदर रोजर
के निधन की पाँचवीं पुण्यतिथि का समारोह तेजे समुदाय द्वारा 14 अगस्त को मनाया जायेगा।
इसे देखते हुए संत पापा सहित अनेक ख्रीस्तीय नेताओं ने तेजे समुदाय को बधाई और सांत्वना
संदेश प्रेषित किया है। कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने के माध्यम से तेजे समुदाय के वर्तमान
प्रमुख ब्रदर अलोइस को पत्र भेजकर संत पापा ने तेजे समुदाय के प्रति अपनी आध्यात्मिक
समीपता व्यक्त किया है तथा इसके सब सदस्यों के साथ प्रार्थना में एक होने की कामना की
है जो इन दिनों ब्रदर रोजर का स्मरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि शांति और मेल मिलाप
के सुसमाचार के अथक साक्षी ब्रदर रोजर येसु मसीह के अनुयायियों के मध्य एकता के कठिन
पथ में अग्रणी व्यक्ति थे। कार्डिनल बेरतोने ने कहा कि ब्रदर रोजर द्वारा स्थापित
तेजे समुदाय विश्व के हजारों युवाओं का स्वागत करता है जो अपने जीवन के अर्थ को पाना
चाहते हैं। इन युवाओं का प्रार्थना करने में स्वागत किया जाता है ताकि वे ईश्वर के साथ
निजी संबंध का अनुभव पा सकें। ब्रदर रोजर द्वारा पवित्रता के लिए एकात्मता की दी गयी
साक्षी हमें उत्प्रेरित करे कि हम एकता के पथ पर बढ़ें तथा यह समुदाय उनके कैरिज्म को
जीये और विशेष कर युवा पीढ़ी में इसका प्रसार करे। तेज समुदाय अनोखा समुदाय है जहाँ
ईसाईयों का वे काथलिक, प्रोटेस्टंट या आर्थोडोक्स पृष्ठभूमि से हों सबका स्वागत किया
जाता है।