इस्लामाबादः पाकिस्तान की बाढ़ आपदा, सुनामी और हेयटी से कहीं अधिक गम्भीर, कहना संयुक्त
राष्ट्र का
संयु्क्त राष्ट्र संघ के अनुसार पाकिस्तान की बाढ़ आपदा, सुनामी और हेयटी से कहीं अधिक
गम्भीर है। इस आपदा से 1.4 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं जो हेयटी के भूकंप और हिन्द महासागरीय
देशों में आई सूनामी में कुल प्रभावित लोगों से अधिक हैं। मूसलाधार वर्षा एवं बाढ़ के
परिणामस्वरूप अब 1600 व्यक्तियों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र
के महासचिव बान की मून ने कहा है कि पाकिस्तान की मदद के लिये वे शीघ्र ही अंतरराष्ट्रीय
अपील जारी करेंगे। बताया जाता है कि पाकिस्तान में पिछले 80 साल में आई बाढ़ों में
इस वर्ष की बाढ़ सर्वाधिक भीषण है। पाकिस्तान के प्रधान मंत्रि युसुफ रज़ा गिलानी ने,
सोमवार को, मुलतान का दौरा करने के बाद एसोसियेटेड प्रेस को बताया कि वर्तमान बाढ़ से
उत्पन्न संकट सन् 2005 में आये भूकम्प से उत्पन्न संकट से कहीं अधिक गहरा है जिसमें लगभग
80,000 लोगों के प्राण चले गये थे। ग़ौरतलब है कि पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध
की नदियों और नहरों में जल स्तर ख़तरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सिंध के उत्तरी क्षेत्र
में पानी भर गया है जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। सुकुर एवं शिकारपुर
ज़िले भी पानी से भरे पड़े हैं तथा बाढ़ का पानी पंजाब से सिंध तक लगभग 1000 किलोमीटर
तक फैल गया है। वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लाखों लोगों की मदद करने में राहतकर्मियों
और प्रशासनिक अधिकारियों को अनेक अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है। मकान, वृक्ष और इमारतें
जलमग्न हो गई हैं तथा कई लोगों ने छतों पर शरण ले रखी है। लोगों ने राहत न मिलने की शिकायतें
भी की है।