कोलम्बो महाधर्मप्रांत में महाधर्मप्रांतीय स्तर पर यूखरिस्त को समर्पित वर्ष मनाने की
घोषणा
श्रीलंका में कोलम्बो महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष मालकम रंजीत ने सब पल्लियों को
पत्र भेजकर 29 अगस्त 2010 से लेकर 28 अगस्त 2011 की अवधि को महाधर्मप्रांतीय स्तर पर
यूखरिस्त को समर्पित वर्ष घोषित किया है। महाधर्माध्यक्ष महोदय ने प्रेरितिक उदबोधन साकरामेन्तुम
कारितातिस में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्दों का स्मरण किया है। संत पापा ने कहा
है हम जिस रहस्य का समारोह मनाते हैं उसी के कारण उन सब परिस्थितियों की भर्त्सना कर
उन्हें दूर करें जो मानव मर्यादा के प्रतिकूल हैं क्योंकि ख्रीस्त ने सबके लिए रक्त बहाया
तथा प्रत्येक व्यक्ति के अनमोल होने की पुष्टि की। इसी कारण से महाधर्माध्यक्ष रंजीत
ने सब विश्वासियों का आह्वान किया कि वे देश के उत्तर और पूर्व में स्थित सब पल्लियों
का दौरा करें ताकि क्षेत्र में रहनेवालों को आर्थिक और आत्मिक रूप से सहायता मिल सके
जो अतीत की त्रासदीपूर्ण अनुभवों के कारण आत्मनिर्भर नहीं हैं।
उन्होंने कहा
कि अतीत में सुनामी लहर तथा सरकारी और तमिल गुरिल्लाओं के मध्य सशस्त्र संघर्ष के कारण
हजारों लोग विस्थापित और बेघर हो गये हैं। उनकी प्रतिष्ठा और सांस्कृतिक पहचान के प्रति
महान सम्मान दिखायें ताकि देश के इन क्षेत्रों में गिरजाघरों को फिर से बनाया जा सके
तथा मौलिक समुदायों को पुनःस्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि पल्लियों का दौरा करने
की इस अभिव्यक्ति से जो सहानुभूति और सहदयता व्यक्त होगी वह यूखरिस्त पर आधारित मजबूत
आध्यात्मिकता की सुंदर अभिव्यक्ति होगी। पुरोहित का मिशन पवित्र यूखरिस्त से जुडा है
और यूखरिस्त ही हमारी अस्मिता है। हम इस मिशन पर विश्वास करने, इसका समारोह मनाने तथा
दैनिक जीवन में जीने के लिए बुलाये गये हैं।