अंतर धार्मिक वार्ता को बढ़ावा देने के लिए रामायण से पाठ
भारत के केरल राज्य में अंतर धार्मिक वार्ता को बढ़ावा देने के लिए कोच्चि स्थित चवारा
कल्चरल सेन्टर में 4 अगस्त को हिन्दुओं के पवित्र शास्त्र रामायण से पाठ करने का आयोजन
किया गया। कारमेलाइट औफ मेरी इम्माकुलेट धर्मसंघ द्वारा संचालित केन्द्र में ईसाई पुरोहित,
हिन्दु पंडित तथा मुसलिम नेता उपस्थित हुए। हिन्दु साधु स्वामी पुरांथानानथा ने रामायण
पाठ की अगुवाई की तथा कारमेलाइट पुरोहित फादर अलबर्ट नाम्बियापरम्बिल और सेवानिवृत्त
न्यायाधीश शमसुदीन ने मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करते हुए पवित्र शास्त्र से पाठ किया।
इसके बाद शांति के लिए काम करने का संकल्प व्यक्त किया। न्यायाधीश शमसुदीन ने कहा कि
हमने इसलिए ऐसा किया ताकि दुनिया को दिखा सकें कि विश्वास का समारोह मनाते समय हम संयुक्त
हो सकते हैं। इस माह में 31 दिनों की अवधि में केरल के हिन्दु सामान्य तौर पर आध्यात्मिक
गतिविधि के तहत रामायण पाठ करते हैं। चवारा कल्चरल सेन्टर के निदेशक फादर रोबी कनानचियारा
ने कहा कि ऐसा पाठ करना सहायक होगा क्योंकि सब धर्म भलाई करने की शिक्षा देते हैं। राज्य
में व्याप्त साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति को देखते हुए यह पाठ करना बहुत सार्थक था। 80
वर्षीय पुरोहित फादर नामबियापरम्बिल विगत 5 दशकों से अंतरधार्मिक शांति के लिए काम करते
रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों के मध्य और अधिक संवाद करने की जरूरत है।
प्रत्येक परिवार विश्व में शांति के लिए काम करे तथा अपने बच्चों को पास पडोस में रहनेवाले
समुदाय के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना रखने की शिक्षा दे।