बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश
का सार
कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद में ग्रीष्म अवकाश बिता रहे संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें बुधवारीय आमदर्शन समारोह के लिए हेलिकाप्टर से रोम आये। उन्होंने संत पेत्रुस
बासिलिका के प्रांगण में 4 अगस्त को आयोजित बुधवारीय आमदर्शन समारोह में 17 देशों से
तीर्थयात्रा के लिए रोम आये लगभग 50 हजार मिस्सा सेवक सेविकाओं तथा अन्य तीर्थयात्रियों
और पर्यटकों को सम्बोधित किया। लगभग 45 हजार मिस्सा सेवक सेविका जर्मनी से आये थे जहाँ
युवाओं की सुरक्षा के लिए बहुत कुछ किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मिस्सा सेवक सेविका
इटली, हंगरी और आस्ट्रिया से आये थे। समारोह के आरम्भ में धर्माध्यक्ष गाच्छा ने संत
पापा का स्वागत किया। संत पापा ने मिस्सा सेवक के रूप में अपने दिनों का सहर्ष स्मरण
करते हुए मिस्सा सेवक सेविकाओं को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने सवर्प्रथम
जर्मन भाषा में सम्बोधित करते हुए अपने चिंतन में गायक मंडली के संरक्षक, संत तारसिसियुस
के बारे में कहा। उन्होंने मिस्सा सेवक सेविकाओं से कहा कि वे इस संत के उदाहरण का अनुसरण
करें। मैं जो संदेश आपको देना चाहता हूँ वह आपको आपके जीवन में सहायता करेगा तथा सेवा
देने के आपके मिशन को आलोकित करेगी। प्रेरित, येसु के साक्षी थे क्योंकि वे उनके मित्र
थे। येसु ने उन्हें चुना था। आप भी येसु की मित्रता में शामिल हो सकते हैं। जब आप पूजनधर्मविधि
में मिस्सा सेवक से रूप में भाग लेते हैं तब आप सब लोगों के लिए विनम्रता और उपलब्धता
की साक्षी देते हैं। आपकी प्रार्थना और वेदी में आपकी उपस्थिति में दिल की गहराई है।
आप यूखरिस्त में येसु के बहुत निकट होते हैं। येसु के समीप रहने की इस निधि को संजो के
रहें।
संत पापा ने रूस में दावानल तथा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बाढ़ पीडि़तों
के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उनके विचार प्राकृतिक आपदा से पीडित
हुए लोगों की ओर उन्मुख होते हैं, जान माल की हानि हुई है लोग बेघर हो गये हैं।
आमदर्शन
समारोह के अंत में संत पापा ने सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।