2010-08-03 12:17:09

वाटिकन सिटीः मानव व्यक्तियों पर परीक्षण के लिये भ्रूणीय स्टेम सैल के उपयोग की वाटिकन द्वारा निन्दा


वाटिकन ने अमरीका के उस निर्णय की निन्दा की है जिसमें रोगियों पर किये जानेवाले चिकित्सीय परीक्षण में भ्रूणीय स्टेम सैल के उपयोग को उचित ठहराया गया है।
वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय जीवन समर्थक अकादमी के सेवानिवृत्त अध्यक्ष धर्माध्यक्ष एलियो स्ग्रेच्चिया ने वाटिकन रेडियो से बातचीत में कहा कि इस प्रकार के प्रयोग के लिये असंख्य मानव भ्रूणों का उपयोग एवं विनाश होता है जिसे मानव प्राणियों का बलिदान ही कहा जायेगा।
ग़ौरतलब है कि अमरीका के खाद्य एवं औषध प्रशासन ने उक्त चिकित्सीय परीक्षणों को अन्तिम अनुमोदन दे दिया है जिससे अमरीका भ्रूणीय स्टेम सैल पर प्रयोग करनेवाला पहला राष्ट्र बन जायेगा। उक्त प्रयोग के समर्थकों की दलील है कि इससे रीड की हड्डी पर लगी चोट से विकलांग हुए लोगों के प्रभावशाली उपचार में सहायता मिलेगी।
धर्माध्यक्ष स्ग्रेच्चिया ने कहा विज्ञान भी इस तथ्य को मानता है कि मानव भ्रूण मानव जीवन में विकसित होनेवाला जीव है। अस्तु, उन्होंने कहा, "भ्रूणों का विनाश नैतिक दृष्टि से ग़लत है भले इसका औचित्य ठहराने के लिये कितनी ही दलीलें क्यों न दी जायें"।
इस बात को उन्होंने स्पष्ट किया कि कलीसिया भ्रूणों के विनाश का खण्डन करती है तथा केवल उन्हीं प्रयोगों एवं उपचारों का समर्थन करती है जिनमें वयस्क कोशिकाओं तथा नाभि-नाड़ी के रक्त से निकले स्टेम सैल्स का उपयोग किया जाता है।







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