पेशावरः उत्तरी पाकिस्तान में वर्षा एवं बाढ़ से लगभग 1,100 की मौत
पाकिस्तान में घनघोर वर्षा, बाढ़ एवं भूस्ख़लन के कारण लगभग 1,100 लोगों की मृत्यु हो
गई है। सबसे अधिक प्रभावित नोर्थ वेस्ट पाकिस्तान के इलाके हैं जहाँ सड़कें और पुल टूट
गये हैं, मकान ध्वस्त हो गये हैं, कई इलाक़े पूरी तरह डूब गए हैं, पूरे के पूरे गाँवों
के बह जाने से हज़ारों जानवर डूब गए हैं, खाद्यान की अपार क्षति हुई है तथा हज़ारों लोग
पानी, बिजली एवं प्राथमिक आवश्यकताओं से वंचित हो गये हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों
के अनुसार 30 हज़ार सैनिक राहत कार्यों में जुटा दिये गये हैं किन्तु मानसून की भारी
बारिश के कारण राहत कार्य में कई अड़चनें आ रही हैं। उनका कहना है कि शनिवार रात सैनिकों
ने बाढ़ प्रभावित इलाक़ों से 19 हज़ार लोगों को सुरक्षित निकाला है लेकिन हज़ारों लोग
अब भी फँसे हुए हैं। पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री मियाँ इफ़्तिख़ार हुसैन
ने एशिया समाचार से बातचीत में बताया कि पेशावर में प्रवेश दुर्लभ हो गया तथा स्वात घाटी
से सैकड़ों पर्यटकों के लापता हो जाने की ख़बर मिली है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि
विगत तीन चार दिनों की मूसलाधार वर्षा एवं बाढ़ से मरनेवालों का संख्या 6000 तक पहुँच
सकती है। ग़ौरतलब है कि इस सप्ताहान्त तीन दिन के अन्तर्गत उत्तरी पाकिस्तान के
कई इलाकों में 300 मिली मीटर तक वर्षा हुई जो विगत 35 वर्षों के अन्तराल में सबसे ऊँची
बताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार वर्षा एवं बाढ़ से इस तरह का व्यापक विनाश विगत
अस्सी वर्ष में पहली बार देखा गया है। पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा मिली ख़बर
के अनुसार बाढ़ से लगभग 10 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में
शांगला और स्वात के ज़िले हैं जहाँ कई पुल टूट चुके हैं तथा कम से कम 400 लोगों की मौत
की पुष्टि हो चुकी है। पेशावर, नौशेरा और चरसाड्डा में 700 लोगों की मृत्यु हो गई
जबकि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की नीलम घाटी का संपर्क अन्य इलाक़ों से टूट गया है।