2010-08-02 18:20:32

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश


श्रोताओ, रविवार 1 अगस्त को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद के प्रांगण में देश विदेश से आये तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा-

अतिप्रिय भाईयो और बहनो,

इन दिनों हम अनेक संतो का त्योहार मना रहे हैं। कल हमलोगों ने येसु धर्मसमाज के संस्थापक संत इग्नासियुस लोयोला का पर्व मनाया जो 16 वीं सदी में जीवन जीये। युद्ध में घायल होने के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ करते समय येसु तथा संतों की जीवनी पढ़ने के बाद उनका मन परिवर्तन हुआ। वे इन पन्नों को पढ़ने के बाद इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने येसु का अनुसरण करने का निर्णय किया।

आज हम रिडेमपटोरिस्टस धर्मसंघ के संस्थापक संत अल्फोंस मारिया दि लिगोरी का पर्व मना रहे हैं जो 18 वीं सदी में जीवन जीये तथा संत पापा पियुस 12वें ने उन्हें पापस्वीकार सुननेवालों का संरक्षक संत घोषित किया। उनको यह ज्ञान था कि ईश्वर सब संतों को उनकी अपनी अवस्था में चाहते हैं।

इस सप्ताह पूजनधर्मविधि हमें अर्पित करती है पियेमोंते के प्रथम धर्माध्यक्ष संत युसेबियुस जो ख्रीस्त की दिव्यता के घोर रक्षक थे और अंततः आर्स के पल्ली पुरोहित संत जोन मेरी वियन्नी जिन्होंने हाल ही में समाप्त हुए पुरोहितों को समर्पित वर्ष में अगुवाई की तथा हम सम्पूर्ण कलीसिया के मेषपालों के लिए उनकी मध्यस्थता की कामना करते हैं।

इन सब संतों का सामान्य समर्पण आत्माओं को बचाना, कलीसिया की सेवा करना तथा अपने उपहारों के द्वारा इसे नवीकृत और समृद्ध करने में मदद करना था। इन लोगों ने विवेकपूर्ण ह्दय पाया तथा वह सब इकट्ठा किया जो नश्वर नहीं है। उन्होंने ताकत, धन और दुनियावी सुख सबको छोड़ दिया जो समय के साथ परिवर्तनशील है। उन्होंने ईश्वर को चुनते हुए वह सब पाया जो जरूरी है – इसी पृथ्वी पर अनन्तकाल का पूर्वानुभव।

इस रविवार के सुसमाचार पाठ में येसु की शिक्षा यथार्थ विवेक से जुडी है। भीड़ में से किसी ने कहा- गुरूवर मेरे भाई से कहिए कि वह मेरे लिए प3तृक सम्पत्ति का बँटवारा कर दे। येसु ने श्रोताओं को उत्तर दिया तथा पार्थिव धन सम्पत्ति इकट्ठा करने की इच्छा रखनेवालों को मूर्ख धनी के दृ्ष्टान्त के चेतावनी दिया जो बुहत फसल हो जाने पर काम करना छोड़ देता है तथा अपनी धन सम्पत्ति का उपयोग मौज मस्ती के लिए करना चाहता है लेकिन ईश्वर कहते हैं- मूर्ख इसी रात तेरे प्राण तुझसे ले लिये जायेंगे और तूने जो इकट्ठा किया है वह अब किसका होगा ? बाइबिल के मूर्ख धनी व्यक्ति के समान वह व्यक्ति है जो नश्वर दृश्यमान चीजों के अनुभव से भी जानना नहीं चाहता है। नश्वर चीजें समाप्त हो जाती हैं- जवानी, शारीरिक ताकत, सुविधाएँ, सत्ता की स्थिति। क्षणभंगुर वास्तविकताओं पर आधारित जीवन मूर्खता है। जो व्यक्ति प्रभु पर भरोसा रखता है वह जीवन की कठिनाईयों से यहाँ तक कि मृत्यु की सच्चाई से भी नहीं डरता है। वह व्यक्ति संतों के समान ही ह्दय का विवेक पाता है।

माता मरियम को हमारी प्रार्थना सम्बोधित करते हुए मैं अन्य सार्थक पर्वों का स्मरण करता हूँ। कल हम असीसी की क्षंमा नामक दंडमोचन पा सकते हैं जिसे असीसी के संत फ्रांसिस ने सन 1216 में संत पापा होनोरियुस तृतीय से प्राप्त किया था। गुरूवार 5 अगस्त को रोम स्थित संत मारिया माजोरे बासिलिका के समर्पण का स्मरण दिवस है। ईश्वर की माँ का सम्मान करते हुए सन 431 में एफेसुस की सभा द्वारा दी गयी प्रतिष्ठित उपाधि। शुक्रवार को संत पापा पौल षष्टम के निधन की पुणयतिथि तथा प्रभु के रूपान्तरण का पर्व है। ग्रीष्मकाल में प्रकाश की तीव्रता को देखते हुए 6 अगस्त को चुना गया, ख्रीस्त के चेहरे का सौंदर्य जो संसार को प्रकाशित करता है।

इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








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