2010-07-31 12:54:35

भारत को चाहिये ‘एकता में अनेकता’ और ‘अन्तरधार्मिक वार्ता’ के सोच की



कोलकाता, 31 जुलाई, 2010 (एशियान्यूज़) कोलकाता के अलियाह युनिवर्सिटी के  छात्र संघ ने  कहा है कि महिला लेक्चरर बुर्का लगाये या न पढ़ायें। उक्त बात की जानकारी देते हुए पत्रकार और शांति के लिये कार्यरत सैयद अली मुतज़बा ने कहा कि हाल में भारतीय समाज में कट्टरवाद बढ़ा है।

उन्होंने एशियान्यूज़ को बताया कि विगत महीने अलियह युनिवर्सिटी के  विद्यार्थी संघ ने 24 वर्षीय  शिरिन मिद्या को क्लास लेने से रोका  और  कहा कि वे बुर्का लगाकर ही क्लास ले सकतीं हैं।

ज्ञात हो कि तथाकथित अलियह युनिवर्सिटी में ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया और बुर्का पहनना ज़रूरी नहीं है।

पत्रकार और समाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि आज भारतीय समाज को दो बातों की आवश्यकता है एकता में अनेकता और अन्तरधार्मिक वार्ता तब ही भारत प्रगति कर सकता है।
















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