2010-07-14 11:32:49

वाटिकन सिटीः वाटिकन द्वारा 44 वें विश्व शान्ति दिवस का विषय प्रकाशित


वाटिकन ने मंगलवार को 44 वें विश्व शान्ति दिवस हेतु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के सन्देश के विषय की प्रकाशना कर दी।
विश्व शान्ति दिवस प्रतिवर्ष पहली जनवरी को, ईश माता मरियम के पर्व दिवस पर मनाया जाता है। विश्व शान्ति दिवस सन् 2011 का विषय हैः "धार्मिक स्वतंत्रता, शान्ति का मार्ग"।
44 वें विश्व शान्ति दिवस के विषय की प्रकाशना के उपलक्ष्य में वाटिकन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया कि "धर्म के आधार पर भेदभाव से लेकर धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसक कृत्यों तक, विश्व के अनेक भागों में धार्मिक स्वतंत्रता पर विभिन्न प्रकार के प्रतिबन्ध लगे हैं।"
विज्ञप्ति में कहा गया कि धार्मिक स्वतंत्रता "मानव की समान एवं अन्तर्निष्ठ प्रतिष्ठा में मूलबद्ध है," तथा "अपरिवर्तनीय सत्य की खोज की ओर अभिमुख है।" विज्ञप्ति में धार्मिक स्वतंत्रता को "स्वतंत्रताओं की स्वतंत्रता" निरूपित किया गया।
विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया कि "धार्मिक स्वतंत्रता की यह धारणा, हमारे लिये, धर्म एवं उसके अनुपालन को समझने का मूलभूत मापदण्ड है। यह धर्म से जुड़े अतिवाद का बहिष्कार करती और साथ ही सत्य एवं मानव सम्बन्धी सत्य के तोड़-मरोड एवं उसके उपकरणीकरण को रोकती है।"
विज्ञप्ति में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्दों को उद्धृत कर कहा गया, "विश्व के अनेक भागों में धार्मिक स्वतंत्रता पर कठोर प्रतिबन्ध लगे हैं तथा ऐसा केवल उन क्षेत्रों में नहीं है जहाँ विश्वासी समुदाय अल्पसंख्यक है। सांस्कृतिक स्तर पर, सार्वजनिक एवं नागर कार्यक्षेत्रों में तथा राजनैतिक भागीदारी में भी धर्म के आधार भेदभाव किया जाता है।" कहा गया कि, "यह अकल्पित है कि विश्वासियों को, सक्रिय नागरिक होने के लिये, धर्म के कारण अपने स्वयं को ही दबाना पड़ता है। सच तो यह है कि अपने अधिकारों को पाने के लिये ईश्वर से इनकार करना कभी भी आवश्यक नहीं होना चाहिये।"
विज्ञप्ति में इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि सन् 2006 से सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने विश्व शान्ति दिवस पर जारी अपने सन्देशों में शान्ति का मार्ग सुझाया है। ये सन्देश सत्य में शान्ति, मानव प्रतिष्ठा और शान्ति, मानव परिवार की एकता, शान्ति निर्माण हेतु निर्धनता के विरुद्ध संघर्ष तथा शान्ति की सुरक्षा हेतु पर्यावरण की सुरक्षा पर केन्द्रित रहे हैं।








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