जम्मूः भारतीय कलीसिया डच पुरोहित के निष्कासन आदेश का विरोध करेगी
जम्मू- काश्मीर के कलीसियाई नेताओं ने डच मिशनरी फादर जिम बोर्स्ट के विरुद्ध भारतीय
सरकार द्वारा जारी निष्कासन आदेश का विरोध करने का फ़ैसला किया है। जम्मू काश्मीर
धर्मप्रान्त के काथलिक धर्माध्यक्ष पीटर चेलेस्टीन एलामपास्सेरी ने कहा कि विगत 47 वर्षों
से भारत में सेवा प्रदान करनेवाले मिल हिल मिशनरी पुरोहित फादर जिम बोर्स्ट के विरुद्ध
निष्कासन आदेश "अनापेक्षित" था। उन्होंने कहा कि कलीसिया इस आदेश को रद्द करवाने
के लिये हर सम्भव प्रयास करेगी। फॉरन रजिस्ट्रेशन ऑफिस ने फादर जिम को जुलाई माह
के अन्त तक भारत छोड़ने का आदेश दिया है। भारत के एकमात्र मुसलिम बहुल राज्य जम्मू काश्मीर
में फादर जिम सन् 1963 से शिक्षा के क्षेत्र में सेवाएँ अर्पित करते रहे हैं। ऊका
न्यूज़ को धर्माध्यक्ष एलापास्सेरी ने बताया कि कलीसियाई अधिकारियों ने सरकार को फादर
जिम के कार्यों के बारे लिखा है तथा स्पष्ट कर दिया है कि वे केवल निर्धनों की सेवा कर
रहे हैं। इस बीच काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने भी सरकार के इस आदेश की निन्दा
की है। सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसफ ने कहा कि आदेश तक जानेवाली घटनाओं की जाँचपड़ताल
आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में योगदान देनेवाले फादर जिम जैसे मिशनरी को
अचानक निष्कासन का आदेश दे देना सरकार की निकटदृष्टि का परिचायक है।