विश्व फुटबॉल प्रतियोगिता अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जोड़ने में सफल साबित
वाटिकन सिटी, 11 जुलाई, 2010 (ज़ेनित) । डरबन के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल विल्फ्रिड फोक्स
नापियर ने कहा है कि विश्व फुटबॉल प्रतियोगिता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जोड़ने में
सफल साबित हुआ है और अफ्रीकी देशों के बीच आपसी सहयोग की भावना भी बढ़ी है। उक्त
बातें कार्डिनल विल्फ्रिड ने उस समय कहीं जब उन्होंने अपने रोम प्रवास के दौरान वाटिकन
रेडियो से बातें कीं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने विश्व फुटबॉल कप के आयोजन से
विश्व को यह संदेश दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का एक सक्रिय सदस्य है। विदित
हो कि 12 जुलाई को विश्व फुटबॉल कप प्रतियोगिता का समापन हो गया जिसमें स्पेन ने अतिरिक्त
समय में एक गोल मार के होलैंड को पराजित कर दिया। अगला विश्व फुटबॉल कप प्रतियोगिता 2014
में ब्राजील में आयोजित किया जायेगा। कार्डिनल ने कहा कि फुटबॉल अधिकांश दक्षिण अफ्रीकी
देशों का प्रमुख खेल है- विशेषकर निग्रो लोगों के लिये। इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन
से अफ्रीकी देशों के लोगों को एक विशेष मान्यता मिली है और वहाँ के निवासी यह महसूस कर
रहे हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अभिन्न अंग हैं। कार्डिनल ने कहा कि यह महत्त्वपूर्ण
है कि हम यह विश्वास करें कि हम मह्त्त्वपूर्ण कार्य खुद ही कर सकते हैं दक्षिण अफ्रीका
को अब दुनिया को यह भी दिखा पाना है कि वह अपने देश के अन्य क्षेत्रों को भी व्यवस्थित
कर सकता है जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी व्यवस्थायें आदि। कार्डिनल ने कहा कि
यह अब देश के राजनीतिज्ञों की ज़िम्मेदारी है कि वे अपनी इच्छाशक्ति मजबूत करें ताकि
जिस दृढ़ता से उन्होंने विश्व फुटबॉल प्रतियोगिता को सम्पन्न कराया है उसी तरह देश की
प्रगति के लिये कार्य कर सकें। कार्डिनल नापियर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के लोगों
ने एक सपना देखा कि गोरे और और काले एक साथ मिल कर चलेंगे वह पूरा हो गया है। पचास साल
पहले श्वेत और श्याम को एक साथ देखना मात्र एक सुखद स्वप्न के समान था। अभी भी मंजिल
तक पहुँचने के लिये बहुत प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। पर ईश्वर ने देशवासियों एक
चिह्न छोड़ कर बताया है कि मनुष्य में यह क्षमता है कि वह किसी भी ऊँचाई को छू सकता है।