धन्य मदर तेरेसा के जन्म की शतवर्षीय जयंती मनाने के लिए अनेक कार्यक्रमों की योजनाएँ
26 अगस्त को धन्य मदर तेरेसा के जन्म की शतवर्षीय जयंती मनाने के लिए अनेक काथलिक समूहों
द्वारा कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित किये जाने की योजनाएँ बनाई जा रही हैं। भारतीय
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसेफ ने कहा कि देश भर में अनेक
धर्मप्रांत अनेक योजनाएं तैयार कर रहे हैं जिसमें प्रार्थना सभाओं और सार्वजनिक सभाओं
का आयोजन तथा सामाजिक सेवा के कार्य़ भी शामिल हैं। 27 अगस्त को राजधानी दिल्ली में लाइफ
एंड मेसेज ओफ मदर तेरेसा शीर्षक से राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।
28 अगस्त को नई दिल्ली में भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल एक समारोह की अध्यक्षता
करेगी। नई दिल्ली में ही 23 अगस्त से लेकर 30 अगस्त तक मदर तेरेसा के कार्यों पर फोटो
प्रदर्शनी लगायी जायेगी। कोलकाता में एक सप्ताह तक मदर तेरेसा पर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन
किया जायेगा। कुछ समूहों ने वाटिकन को पत्र भेजकर मदर की संत घोषणा किये जाने की प्रक्रिया
में तेजी लाने का अनुरोध किया है। मदर तेरेसा को सन 2003 में धन्य घोषित किया गया था।
मदर तेरेसा का जन्म 1910 में मासेडोनिया के स्कोपजे में हुआ था। उनके अभिभावक
अल्बानीयाई थे। वे 1929 में भारत आईं और कोलकाता के लोरेटो कान्वेंट में उन्होंने धर्मबहन
के रूप में काम करना शुरू किया। बाद में उन्होंने कोलकाता में मिशनरीज औफ चारिटी धर्मसमाज
की स्थापना की। इस धर्मसमाज ने अपने कार्यों को विश्व के अनेक देशों में फैलाया है तथा
कुष्ठ रोगियों, बेघरों एवं अनाथ बच्चों को आश्रय उपलह्ध कराया है। मदर तेरेसा को 1979
में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा सन 1980 में भारत के सर्वोच्च नागरिक
पुरस्कार भारत रत्न पुरस्कार से वे सम्मानित की गयी थीं। उनका निधन 5 सितम्बर 1997
को हुआ।