2000 युवाओं ने नशीली पदार्थों से दूर रहने की शपथ ली
कोलोम्बो, 28 जून, 2010 (उकान) 26 जून को विश्व नशीली दवा निषेध दिवस के अवसर पर करीब
2 हज़ार युवाओं ने नशीली पदार्थो से दूर रहने की शपथ ली और श्रीलंका को नशीली दवा मुक्त
देश बनाने के प्रण किया। 26 एशिया पसेफिक देशों में कार्य करने वाली ‘द कोलोम्बो
प्लैन’ नामक एक संगठन और ‘नैशनल डैनजरस ड्रग्स कंट्रोल बोर्ड’ (एनडीडीसीबी) ने संयुक्त
रूप से कोलोम्बो में नशीली पदार्थों के विरुद्ध एक रैली निकाली और शपथ ग्रहण समारोह का
आयोजन किया। शपथ समारोह में युवाओं ने कहा कि वे नशीली वस्त्ओं का सेवन नहीं करेंगे
और श्रीलंका को नशीली पदार्थ मुक्त देश बनाने के लिये कार्य करेंगे। एनडीडीसीबी की
एक रिपोर्ट के अनुसनार श्रीलंका में 50 हज़ार से भी अधिक युवा नशीली पदार्थों अर्थात्
हेरोईन या कन्नाबीस का सेवन करते हैं। इस बात की जानकारी पर फादर जूद रोडरिको ने कहा
कि आज की युवा पीढ़ी पाश्चत्य संस्कृति से प्रभावित है। उन्होंने का कि नशीली दवा
की उपलब्धता, नशीला दवा विरोधी कानूनों को लागू कराने की इच्छाशक्ति का अभाव के कारण
ही युवा इसमें फंसते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए
युवा वृद्ध स्वयंसेवी संस्थायें और सरकार को एक साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। ‘द
कोलोम्बो प्लैन’ के मलेशियन अध्यक्ष पैतरिसिया यून मोई चिआ ने युवाओं से कहा कि वे स्वास्थ्य
पर ध्यान दें, सकारात्मक जीवन शैली अपनायें और नशीली दवाओं से दूर रहें। रैली के
पूर्व अंतरधार्मिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था जिसमें बौद्ध, ईसाई और मुसलिम
धर्मावलंबियों ने हिस्सा लिया और ईश्वर से प्रार्थना की वे उनके नशा-विऱोधी अभियान में
मदद दें।सभा का समापन एक सास्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा हुआ।