पाकिस्तान काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा ईश निन्दा कानून का विरोध
ईश निन्दा के आरोप में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन को इस कानून का विरोध करने के लिए प्रेरित किया है। फैसलाबाद निवासी रहमत मसीह
पर पैगम्बर मुहम्मद के विरूद्ध निन्दीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। पड़ोसियों
के अनुसार उक्त आरोप झूठा है। घटना के बारे में कहा गया है कि एक पड़ोसी मुसलमान के साथ
मसीह का आर्थिक विवाद चल रहा था। पाकिस्तान में बहुधा ईसाईयों ने शिकायत की है कि
ईशनिन्दा कानून का दुरूपयोग धार्मिक अल्पसंख्यक ईसाईयों को प्रताड़ित करने के लिए किया
जाता है। काथलिक धर्माध्यक्षों की न्याय और शांति समिति के कार्यकारी अध्यक्ष पीटर जेकब
ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार जागे तथा कानूनी और राजनैतिक स्तर पर अपनी जिम्मेदारी ले।
वह इसकी व्याख्या करे कि निर्दोष पाकिस्तानी नागरिकों को प्रताडि़त करने के लिए क्य़ों
इस कानून का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है।