संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मोन्ते मारियो पहाड़ी पर स्थित सांता मारिया देल रोसारियो
दोमिनिकन मठ में मठवासिनी धर्मबहनों के साथ मुलाकात किया। इस मठ में सांतवी सदी में निर्मित
मरिया की तस्वीर या आइकन है जिसे अवर लेडी औफ सेंट लूक के नाम से जाना जाता है। यहाँ
संत दोमिनिक, सियेना की संत कथरीना तथा अन्य दोमिनिकन संतो के बहुमूल्य रेलिक्स या तर्बरूक
हैं। धर्मबहनों के साथ मध्य दिवस के समय की जानेवाली प्रार्थना का पाठ करते हुए संत पापा
ने कहा कि इस प्रार्थना का शिखर पवित्र यूखरिस्त में दैनिक सहभागिता के द्वारा पूरा होता
है। यह मौन और अज्ञात अवस्था में ईश्वर के प्रति समर्पण को दिखाता है। यह फलप्रद और उर्वर
होता है न केवल पवित्रीकरण और शुद्धीकरण के पथ में लेकिन सम्पूर्ण कलीसिया के लिए मध्यस्थता
करते हुए ईश्वर को पवित्र और पूर्ण चढ़ावा के रूप में अर्पित किया जाता है। संत पापा
ने धर्मबहनों को मठवासी बुलाहट के लिए ईश्वर को धन्यवाद देने के लिए आमंत्रित करते हुए
कहा कि मनन पूर्ण जीवन जिसे उन्होंने संत दोमनिक के हाथ से पाया है, यह प्रार्थना के
साथ कृपा का असीम स्रोत है। यह कठिनाईयों में पडे असंख्य बंधुओं तथा ईश्वर से दूर रहे
लोगों की आध्यात्मिक और भौतिक जरूरतों को सर्वशक्तिमान ईश्वर को अर्पित करना है।