मानुवेल को धन्य घोषित किया जाना लुसिया के जीवन का सबसे बड़ा वरदान
लिनारेस, स्पेन 18 जून, 2010 (जेनित)। धन्य मानुवेल लोज़ानो की बहन लुसिया लोज़ानो गार्रिदो
का मानना है कि अपने भाई मानुवेल को धन्य घोषित किया जाना उनके जीवन का सबसे बड़ा ईश्वरीय
वरदान है।
विदित हो कि धन्य मानुएल प्रथम पत्रकार हैं जिन्हें काथलिक कलीसिया
ने धन्य होने का गौरव प्रदान किया है। मानुएल को 12 जून को लिनारेस में आयोजित एक भव्य
समारोह में धन्य घोषित किया गया।
धन्य मानुवेल जब 22 साल के थे तब वे बीमार हो
गये और सन् 1971 में 51 साल की आयु में उनकी मृत्यु हो गयी थी।
मानुवेल जिन्होंने
‘लोलो’ के नाम से पत्रकारिता जगत में लोकप्रियता प्राप्त कर कलीसिया की सेवा की थी। उन्होंने
कई लेख लिखे, किताबें लिखीं और कई प्रेरणादायक कहानियों और चिन्तन के द्वारा लोगों का
मार्गदर्शन किया।
जब 22 साल की आयु में उसके आँखो की रोशनी चली गयी तब भी उन्होंने
अपने विचारों को टेप रिकोर्डर के ज़रिये लोगों तक पहुँचाते रहे। 86 वर्षीया लुसिया ने
बताया कि मानुवेल को लूर्द की मरिया के प्रति अपार श्रद्धा थी।
उन्होंने बताया
कि उनका भाई मानुवेल लोगों से कहा करते थे कि वे अपने दुःखों को सदा ईश्वर को चढ़ा दें
और प्रसन्न रहें।
अपने भाई के बारे में बताते हुए लुसिया ने कहा कि उन्हें इस
बात पर अपार संतोष होगा यदि उनके भाई को ‘सेंट ऑफ जोय’ ‘आनन्द का संत’ के नाम से याद
किया जायेगा।