देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया
गया संदेश
श्रोताओ, रविवार 13 जून को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण
में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का
पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा-
अतिप्रिय भाईयो
और बहनो,
पुरोहितों का वर्ष कुछ दिन पूर्व समाप्त हुआ। यहाँ रोम में हमने विश्व
के हर भाग से आये 15 हजार से अधिक पुरोहितों की उपस्थिति के कुछ अविस्मरणीय दिनों का
अनुभव किया। इसलिए आज मैं इस वर्ष सार्वभौमिक कलीसिया को मिली सब अच्छी चीजों के लिए
ईश्वर को धन्यवाद देना चाहता हूँ। इन्हें कोई भी नहीं माप सकता है लेकिन निश्चित रूप
से आप उसे देखते हैं और इससे अधिक उनके परिणामों को देखेंगे।
पुरोहितों को समर्पित
वर्ष का समापन येसु के पवित्रतम ह्दय के समारोही पर्व के दिन हुआ जो पारम्परिक रूप से
पुरोहितों के पवित्रीकरण का दिवस है। इस बार यह विशेष दिन था। वस्तुतः प्रियो मित्रो,
पुरोहित ख्रीस्त के हदय से मिला कलीसिया और सम्पूर्ण विश्व के लिए उपहार है। ईश पुत्र
के ह्वदय से मिला, उदारता से लबालब भरा हुआ, कलीसिया की सब अच्छी चीजों की धारा है। यह
विशेष रूप से पुरूषों की बुलाहटों का उदगम है, प्रभु येसु द्वारा जीता गया, भले गडे़रिये
के उदाहरण का अनुसरण करते हुए वह हर चीज का परित्याग कर लोगों की सेवा के लिए स्वयं को
पूर्ण रूप से समर्पित कर देता है। पुरोहित का निर्माण ख्रीस्त की उदारता से होता है।
वह प्रेम जिसने उन्हें अपने मित्रों और अपने शत्रुओं को माफ करने के लिए अपने जीवन को
अर्पित करने हेतु भावविह्वल किया। इसीलिए पुरोहित प्रेम की सभ्यता के पहले निर्माता हैं।
मैं यहाँ अनेक पुरोहितों का स्मरण करता हूँ, विख्यात और अज्ञात, कुछ जिन्हें वेदी के
सम्मान तक ऊपर उठाया गया है, अन्य जिनकी स्मृति विश्वासियों के दिलों में अंकित है, शायद
वे बहुत छोटे पल्ली समुदाय में थे जैसा कि आर्स में हुआ, फ्रांस का वह गाँव जहाँ संत
जोन मेरी वियन्नी ने अपना प्रेरितीई काम किया। उनके बारे में इन हाल के महीनों में जो
कुछ कहा गया है उसमें और कुछ जोड़ने की जरूरत नहीं है। लेकिन उनकी मध्यस्थता अबसे हमारे
साथ रहे। उनकी प्रार्थना, उनके प्रेम के कृत्य, जिनको हमने पुरोहितों के वर्ष में अनेक
बार दुहराया है ईश्वर के साथ वार्तालाप करने के लिए हमें पोषण प्रदान करना जारी रखे।
एक अन्य छवि हैं जिनका हम स्मरण करना चाहते हैं- फादर जेरजी पोपियोलुसको,
पुरोहित और शहीद जिन्हें विगत रविवार को पोलैंड के वारसा में धन्य घोषित किया गया। उन्होंने
अपनी उदार और साहसी प्रेरिताई का उपयोग उनके साथ किया जो स्वतंत्रता, मानव जीवन और मानव
जीवन की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए काम करते थे। सत्य और भलाई की सेवा में अर्पित उनका
काम शासकीय सत्ता के लिए विरोधाभाषी चिह्व था जिसने पोलैंड में उस समय शासन किया। ख्रीस्त
के ह्दय के प्रेम ने उन्हें अपना जीवन देने के लिए अगुवाई की तथा उनका साक्ष्य कलीसिया
और समाज में एक नये वसंतऋतु का बीज था। यदि हम इतिहास को देखते हैं तो देख सकते हैं कि
यथार्थ आध्यात्मिक और सामाजिक नवीनीकरण के अनेक पृष्ठ काथलिक पुरोहितों के योगदान के
द्वारा लिखे गये हैं जो केवल सुसमाचार और लोगों के प्रति गहन रूचि से अनुप्राणित थे,
सच्ची धार्मिक और नागर आजादी के लिए। समग्र मानव विकास की असंख्य पहलों की शुरूआत एक
पुरोहित के दिल की अन्तर्दृष्टि से आरम्भ हुई हैं।
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
विश्व के सब पुरोहितों को माता मरिया के निष्कलंक ह्दय को समर्पित करें जिनका हम आज पूजनविधि
समारोही स्मृति मना रहे हैं ताकि सुसमाचार की ताकत से वे हर जगह प्रेम की सभ्यता बनाना
जारी रखें।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया
और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।
संत पापा ने अंग्रेजी भाषी तीर्थयात्रियों
को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने के बाद सम्बोधित करते हुए कहा- मैं सब अंग्रेजी
भाषी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों, विशेष रूप से सेसेल्स से आये विश्वासियों के समूह का
अभिवादन करता हूँ जो देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने के लिए आज यहाँ उपस्थित हैं।
पिछले शुक्रवार येसु के पवित्रतम ह्दय के समारोही पर्व पर मुझे पुरोहितों के वर्ष का
समापन करने की खुशी मिली जो सामुदायिक प्रार्थना और आराधना के भावपूर्ण पलों से युक्त
थे। आइये सब पुरोहितों को अपनी प्रार्थनाओं में याद रखना जारी रखें येसु ख्रीस्त को उनके
प्रेम के इस महान उपहार के लिए धन्यवाद दें और यह माँगे कि पुरोहितों को अपनी कृपा की
छाँव में निष्ठावान मित्र और पुरोहित के रूप में रखें। मैं आप सबके लिए सुखद रोम प्रवास
की कामना करता हूँ।