इन्डोनेशियाः शांति एवं पर्यावरण के पक्ष में कार्यरत काथलिक पुरोहित मुस्लिम पुरस्कार
से सम्मानित
इन्डोनेशिया में शांति एवं पर्यावरण के पक्ष में कार्यरत काथलिक पुरोहित फादर विन्सेन्सियुस
किरजीतू को मुस्लिम पुरस्कार "मा’ र्रिफ" से सम्मानित किया गया है। शुक्रवार को इन्डोन्शिया
की राजधानी जकार्ता में आयोजित पुरस्कार समारोह में शरिया पर आधारित चार माईक्रो फायनेन्स
कम्पनियों के सह-संस्थापक काथलिक पुरोहित फादर किरजीतू तथा मुसलमान धर्मानुयायी हबीब
अली आल-हसबी को "मा’ र्रिफ" पुरस्कार से सम्मानित किया गया। "मा’ र्रिफ" पुरस्कार इन्डोनेशिया
के दूसरे सर्वाधिक विशाल मुस्लिम संगठन "मुहम्मदिया" के संस्थापक अहमद सयाफ़ी "मा’ र्रिफ"
के नाम पर स्थापित किया गया था जो प्रतिवर्ष शांति एवं सदभाव के लिये प्रदान किया जाता
है। पुरस्कार समिति के वकतव्य में कहा गया कि काथलिक पुरोहित फादर किरजीतू तथा मुसलमान
धर्मानुयायी हबीब अली आल-हसबी ने इन्डोनेशिया के ख्रीस्तीय एवं मुसलमान धर्मानुयायियों
के बीच अन्तरधार्मिक सम्वाद को प्रोत्साहित कर शांति में योगदान दिया है तथा अपनी सेवाओं
द्वारा देश के पर्यावरण की रक्षा भी की है। एशिया समाचार से बातचीत में फादर किरजीतू
ने कहा कि "मा’ र्रिफ" पुरस्कार पाकर वे अत्यधिक हर्षित हैं क्योंकि इसकी उन्होंने कभी
अभिलाषा नहीं की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने शब्दों से नहीं अपितु अपने कर्मों से विश्वास
के प्रसार का प्रयास किया है। फादर किरजीतू का जन्म इन्डोनेशिया के योग्यकर्त्ता
प्रान्त में 18 नवम्बर सन् 1953 ई. को हुआ था। 25 जनवरी सन् 1984 को आप पुरोहित अभिषिक्त
किये गये थे। तब से आपने कृषि क्षेत्रों में पल्ली पुरोहित रूप में सेवा आरम्भ कर दी
थी। निर्धन किसानों के लिये उक्त माईक्रो फायनेन्स कम्पनियों की स्थापना के अतिरिक्त
विगत पाँच वर्षों से आप पर्यावरण एवं माऊन्ट मेरापी पर मौलिक शिक्षा प्रदान करने का अनुपम
कार्य कर रहे हैं। माऊन्ट मारोपी सेन्ट्रल जावा के सक्रिय एवं सबसे ख़तरनाक ज्वालामुखियों
में से एक है।