पर्व त्योहारों को सादगी तथा आध्यात्मिक रूप से मनाने का आह्वान
केरल राज्य में काथलिक धर्माध्यक्षों ने कलीसियाई पर्व त्योंहारों को सादगी तथा और अधिक
आध्यात्मिक रूप से मनाने का आह्वान किया है। केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय समित के महासचिव
सीरो मलाबार महाधर्माध्यक्ष ताजहाथ ने काथलिक समाचार सेवा से कहा कि पर्व त्योहार आध्यात्मिक
कम लेकिन अधिक व्यावसायिक और प्रदर्शन वाले हे गये हैं। इसमें सुधार लाने के उपायों
को अविलम्ब लागू किये जाने की जरूरत है। त्रिचूर के महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि पर्वों
को रंगारंग बनाने की उत्सुकता में बहुधा पर्व का आध्यात्मिक पहलू खो जाता है। 8 से 10
जून तक सम्पन्न समिति की बैठक के बाद धर्माध्यक्षों द्वारा जारी वक्तव्य में कहा गया
कि पर्व त्योहार समारोहों में मिल गये अवांछित अभ्यासों से विश्वासियों को बचना चाहिए।
धर्माध्यक्षों ने केरल के 5 मिलियन काथलिकों से ट्रैफिक जाम, व्यापक स्तर पर चलनेवाले
शोभायात्राओं और आतिशबाजी से होनेवाले प्रदूषण के प्रति जागरुक होने का आग्रह किया है।
विगत वर्षो में केरल में मनाये जानेवाले पर्व समारोह बहुत आकर्षक और प्रतिस्पर्द्धी बन
गये हैं। इसके साथ ही पर्व त्योहार अत्यधिक नशापान करने का भी अवसर बन गये हैं। राज्य
की 35 मिलियन आबादी का 19 प्रतिशत ख्रीस्तीय हैं।