संत पापा पियुस बारहवें द्वारा नागरिकों, चर्चों और लोकोपकारी संस्थानों को सैन्य कार्यवाही
से बचाने का आग्रह
कोलम्बस औफ नाइटस लोकोपकारी संगठन ने हाल ही में पाये गये अगस्त 1943 के एक पत्र को प्रकाशित
किया है जिसमें संत पापा पियुस बारहवें ने राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट से इटली के
नागरिकों, चर्चों और लोकोपकारी संस्थानों को मित्र देशों की सैन्य कार्यवाही से बचाने
का आग्रह किया था। कोलम्बस औफ नाइटस संगठन ने अपने अभिलेखागार में इस पत्र को पाया जिसने
वाटिकन तथा अमरीका के मध्य कूटनैतिक संबंध नहीं होने के कारण चैनल की तरह काम किया था।
तात्कालीन संत पापा पियुस बारहवें ने राष्ट्रपति रूजवेल्ट को लिखा था कि कटु अनुभवों
के बावजूद आपके द्वारा दिया गया आश्वासन हमें आशा प्रदान करता है कि ईश्वर के मंदिर और
ख्रीस्तीय उदारता के कारण निर्धनों और वंचितो की सहायता के लिए स्थापित किये गये संस्थानों,
अस्पतालों को युद्ध की विभीषिका से बचाया जायेगा। संत पापा ने यह पत्र रोम में मित्र
देशों की सेना द्वारा बमबारी आरम्भ करने के 3 माह बाद लिखा था। पत्र लिखे जाने के 5
महीनों बाद मोंते कसीनो का युद्ध आरम्भ हुआ जिसमें ऐतिहासिक मठ को क्षति पहुँची थी।