2010-06-09 12:10:09

वाटिकन सिटीः वाटिकन ने गिद्ध चन्दे को समाप्त करने का आह्वान किया


वाटिकन ने अन्तराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है कि वह कथित गिद्ध चन्दे को समाप्त करे जिससे विकासशील एवं निर्धन राष्ट्रों का शोषण किया जा रहा है।
जिनिवा में संयुक्त राष्ट्र संघ के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष सिलवानो थोमासी ने दो जून को मानवाधिकार समिति की बैठक के दौरान यह अपील जारी की।
वाटिकन रेडियो से बातचीत में उन्होंने गिद्ध चन्दे के बारे में बताया कि यह वह अंशदान है जो विकासशील एवं निर्धन राष्ट्रों को उसी तरह खा जाता है जिस तरह गिद्ध हड्डियाँ खा लेते हैं तथा मरनेवाले जानवरों पर आक्रमण करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सट्टे जैसा अंशदान है जो उधार रूप में दिया जाता है तथा निर्धन देशों पर अतिरिक्त कर्ज़ चढ़ा देता है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका के बहुत से देश इस प्रकार के कर्ज़े में डूबे हुए हैं जिनको चुकाने के लिये धनी देश उनके प्राकृतिक संसाधनों, तेल, खनिज पदार्थ आदि का शोषण कर रहे हैं।
इस सन्दर्भ में महाधर्माध्यक्ष थोमासी ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इस प्रकार के चन्दे का वह अन्त करे तथा निर्धन देशों के लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करे। उन्होंने कहा कि लिया हुआ कर्ज़ चुकाना वैधसंगत प्रक्रिया है किन्तु इसके लिये निर्धनों से लाभ उठाना, उनका दमन करना तथा उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन करना सरासर ग़लत है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सभी आर्थिक नीतियों में मानव प्रतिष्ठा का सम्मान अनिवार्य है।







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