युवाओं को परिवर्तन के एजेंट बनने के लिए प्रोत्साहन दें
कर्नाटक राज्य में बेल्लारी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष हेनरी डिसूजा ने धर्मप्रांतीय
निदेशकों तथा युवा संचालकों के 18 वें 10 दिवसीय पराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उदघाटन
के अवसर पर कहा कि येसु के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित नये समाज की रचना करने के लिए
युवाओं को परिवर्तन के एजेंट बनने के लिए प्रोत्साहन दें। उक्त प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन सीबीसीआई की युवा समिति द्वारा किया जा रहा है।
यह कार्य़क्रम बंगलोर स्थित कर्नाटक रीजनल पास्टोरल सेन्टर में 1 से 10 जून तक सम्पन्न
हो रहा है। भारत से 70 युवा संचालक इस प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे हैं। प्रतिभागियों
को सम्बोधित करते हुए धर्माध्यक्ष डिसूजा ने कहा आज के युवा संचालकों को ख्रीस्त के समान
युवाओं की कल्पनाशीलता को उत्साहित करने की जरूरत है। उन्हें अपने आदर्शपूर्ण जीवन से
अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करने और भविष्य के लिए आशा देने की जरूरत है। यूवा निदेशक सबसे
पहले स्वयं को ख्रीस्तीय मूल्यों में गहन रूप से समाहित करें तथा अपने काम और वचन में
इन मूल्यों को जीकर दूसरों के लिए आदर्श उदाहरण बनें। धर्माध्यक्ष डिसूजा ने कहा
कि अपनी विभिन्न क्षमताओं, प्रतिभाओं के कारण सामाजिक परिवर्तन के लिए युवा परिवर्तन
के कारक बन सकते हैं और यह परिवर्तन केवल ख्रीस्तीय मूल्यों जैसे- मानव जीवन और मानव
की मर्यादा का सम्मान करना, समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति के प्रति चिंता इनके प्रति गहन
समर्पण के द्वारा ही लायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हिंसा और अपराध में वृद्धि, मानव
मर्यादा का दुरूपयोग, पर्यावरण की हानि, भौतिकतावाद युवाओं के सामने अनेक चुनौतियों में
से हैं लेकिन युवाओं के सामने परिवर्तन के कारक बनने का सुअवसर है।