साइप्रस के प्रशासनाधिकारियों और कूटनीतिज्ञों के लिए संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने साइप्रस के राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उपस्थित प्रशासनिक
अधिकारियों और कूटनीतिज्ञों को शनिवार 5 जून को सम्बोधित करते हुए कहा कि निजी स्तर पर,
जनता के सेवक रूप में दूसरों के साथ संबंध के बारे में सत्य, निष्ठा और सम्मान के महत्व
को वे जानते हैं। आस्था निर्माण की दिशा में बहुधा पहला कदम निजी संबंध है जो समयांतराल
में व्यक्तियों, लोगों और देशों के मध्य मित्रता के मजबूत बंधन बनाता है। राजनेता और
कूटनीतिज्ञ के रूप में उनकी भूमिका का यह अपरिहार्य अंग है।
संत पापा ने कहा
कि वस्तुनिष्ठ नैतिक सत्य से मिलनेवाले मार्गदर्शन के बिना व्यक्ति, समुदाय और देश स्वार्थी
तथा अनैतिक हो जायेंगे एवं जीवन जीने के लिए दुनिया बहुत खतरनाक जगह बन जाएगी। दूसरी
ओर, व्यक्तियों और समुदायों के अधिकारों के प्रति सम्मान करने से हम मानवीय प्रतिष्ठा
की रक्षा कर इसका प्रसार करते हैं।
संत पापा ने कहा कि जब हम वैसी नीतियों का
समर्थन करते हैं जो प्राकृतिक विधान के अनुकूल हैं तथा जो हमारी सामान्य मानवता के सुसंगत
हैं तब समझदारी न्याय और शांति के माहौल की रचना करने में हमारे कार्य़ और अधिक सहायक
होते हैं।