साइप्रस के आर्थोडोक्स महाधर्माध्यक्ष क्रिसोस्तोमोस द्वितीय के साथ संत पापा की मुलाकात
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें 5 जून को निकोसिया स्थित साइप्रस के आर्थोडोक्स महाधर्माध्यक्ष
क्रिसोस्तोमोस द्वितीय के निवास गये। यहाँ उन्होंने संत जोन प्रार्थनालय तथा आईकन संग्रहालय
को देखा जहाँ अतिप्राचीन काल की कलात्मक कृतियाँ हैं जिन्हें तुर्की अधिकृत देश के उत्तरी
भाग में स्थित गिरजाघरों से लूट लिया गया था लेकिन दूसरे देशों ने इन्हें साइप्रस को
लौटा दिया है।
संत पापा ने इस अवसर पर दिये गये संदेश में काथलिकों तथा आर्थोडोक्स
कलीसियाओं के मध्य संवाद में साइप्रस की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि कलीसियाई
एकतावर्द्धक अभियान में साइप्रस की कलीसिया द्वारा दिये गये सहयोग के लिए आभारी हैं।
इसने स्पष्टता और खुलेपन के भाव में वार्ता को मदद किया है।
संत पापा ने कहा
कि पवित्र आत्मा मार्गदर्शन प्रदान करें तथा इस महान कलीसियाई कृत्य को सुदृढ़ करें जिसका
लक्ष्य पूर्वी और पाश्चात्य कलीसियाओं के मध्य पूरी और दर्शनीय एकता की पुर्नस्थापना
करना है। वह सामुदायिकता जो सुसमाचार के प्रति निष्ठा में जीया जाये तथा विभिन्न वरदानों
के प्रति खुलापन जिसके द्वारा पवित्र आत्मा कलीसिया की एकता, पवित्रता और शांति की रचना
करते हैं। वे साइप्रस के सब ईसाईयों से पवित्र भूमि में शांति, मेलमिलाप और स्थायित्व
के लिए प्रार्थना और काम करने का आग्रह करते हैं।